मां दुर्गा की इन अवतारों की होगा पुजा
• मां चंद्रघंटा नवरात्रि का तीसरा दिन भय से मुक्ति और अपार साहस प्राप्त करने का होता है। इस दिन मां के 'चंद्रघंटा' स्वरूप की उपासना की जाती है। इनके सिर पर घंटे के आकार का चन्द्रमा है। इसलिए इनको चंद्रघंटा (Chandraghanta) कहा जाता है। इनके दसों हाथों में अस्त्र-शस्त्र हैं और इनकी मुद्रा युद्ध की है। मां चंद्रघंटा तंत्र साधना में मणिपुर चक्र को नियंत्रित करती हैं। मान्यता है कि शेर पर सवार मां चंद्रघंटा की पूजा करने से भक्तों के कष्ट हमेशा के लिए खत्म हो जाते हैं। इन्हें पूजने से मन को शक्ति और वीरता मिलती है। ज्योतिष में इनका संबंध मंगल नामक ग्रह से होता है।
नवरात्रि स्पेशल - 7 दिन, 7 शक्तिपीठ में श्रृंगार पूजा : 7 - 13 अक्टूबर