यूं तो बुध (mercury) की वक्री चाल का असर विभिन्न राशियों पर अलग-अलग दिखेगा । जैसे मेष राशि वालों को इससे नुकसान (loss) की संभावना है वैसे ही कन्या राशि वालों के लिए बुध की यह चाल लाभदायक (profitable) सिद्ध होगी।बुध इस साल में तीसरी बार वक्री हुए हैं। 27 सितंबर 2021 को सुबह 10:40 बजे से ही बुध की वक्री चाल की शुरुआत हो चुकी है। ज्योतिषों के अनुसार, 18 अक्टूबर तक बुध गृह इसी स्थिति में रहेंगे और इसके बाद कन्या राशि में मार्गी में चलेंगे। बुध की वक्री चाल का असर विभिन्न राशियों पर अलग-अलग तरह से देखने को मिलेगा। वहीं बुध की वक्री चाल से बेरोजगार हो चुके लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलने की भी संभावना बनेगी। वक्री गति में इसका नकारात्मक (negativity) असर भी हो सकता है जो की शिक्षा पर सबसे अधिक होगा। बुध ग्रह (planet) का प्रभाव संचार व्यवस्था, वाणी, लेखन, गणित, बुद्धि पर होता है। वक्री गति होने से इनका प्रभाव उल्टा भी हो सकता है। संभल कर रहने की जरूरत भी है।
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