मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति कहते हैं। इसे लाल ग्रह भी कहा जाता है। इसे साहस, पराक्रम, शौर्य, शक्ति का कारक माना जाता है। मंगल ग्रह का वास प्रत्येक राशि में 44 से 45 दिनों तक रहता है। 6 सितम्बर 2021 से 22 अक्टूबर तक मंगल का वास कन्या राशि पर रहेगा। कुछ राशियों के लिए ये आर्थिक लाभ का समय है। ये ग्रह मेष राशि एवं वृश्चिक राशि का स्वामी माना जाता है। ये रोग, ऋण एवं शत्रुता का भी कारक है। जिसका मंगल प्रभावी होता है वह क्रोधी स्वभाव का होता है। जहां मंगल का प्रवेश कन्या राशि में हो रहा वही शुक्र का प्रवेश तुला में हो जाएगा। इन दोनों बदलाव का प्रभाव देश पर भी पड़ेगा। महंगाई, विवाद बढ़ सकते हैं, आंदोलन बढ़ सकते हैं। जनता सन्तुष्ट हो सकती है। मंगल ग्रह अस्त स्थिति में हैं, इनका उदय 21 नवम्बर को होगा। देखिए मंगल ग्रह का राशि में परिवर्तन आपकी राशि में क्या लाएगा परिवर्तन
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