वर्ष 2021 के सितंबर माह में ग्रहों के कुछ बड़े परिवर्तन हुए हैं जिससे कई राशियां प्रभावित होंगी। उसमें एक मंगल ग्रह का 6 सितम्बर को कन्या राशि में गोचर है। यह समय 45 दिन का होता है 22 अक्टूबर तक मंगल का वास इसी राशि में रहेगा। इस समय मंगल अस्त स्थिति में है जिससे राशियों पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ रहे हैं। इनका उदय नवम्बर माह में होगा उसके बाद स्थिति में सकारात्मक सुधार आने की संभावनाएं हैं। मंगल कर्क राशि में नीच एवं मकर राशि में उच्च के माने जाते हैं। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार मंगल ग्रह को मेष एवं वृश्चिक राशि का स्वामी कहा जाता है। इनके प्रभाव से मांगलिक दोष बनता है। मंगल शौर्य, साहस, सैन्यबल, युद्ध के कारक हैं। कन्या राशि में मंगल के प्रवेश ने सभी राशियों को प्रभावित किया है। मंगल को लाल ग्रह एवं ग्रहों के सेनापति के रूप में जाना जाता है। जिस कारण इसे क्रोधित ग्रह की तरह देखा जाता है ये शक्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं। जहां 4 राशियां नकारात्मक रूप से प्रभावित हैं आइये जानते हैं कि इन चार राशियों पर क्या है मंगल के राशि परिवर्तन का प्रभाव-
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