तीसरा मंत्र : धन्वंतरी का मंत्र
इस मंत्र के संदर्भ में मनाया जाता है कि संकट काल में इस मंत्र का जाप करने से तुरंत प्रभाव से इसका असर दिखता है।
ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतरये
अमृतकलशहस्ताय सर्वभयविनाशाय सर्वरोगनिवारणाय
त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूपाय
श्रीधन्वंतरीस्वरूपाय श्रीश्रीश्री औषधचक्राय नारायणाय नमः॥
क्या पड़ेगा मिथुन राशि पर प्रभाव जब शुक्र करेंगे कन्या राशि में प्रवेश, जानें यहाँ