महादेव के संतानों की कथाएं - "काल( यमराज) भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का" अर्थात जो महाकाल का भक्त होता है उसे स्वयं यमराज भी कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। भगवान शिव जी के अनेकों नाम है उन्हीं में से एक नाम
"महाकाल" है वैसे तो देवों के देव महादेव कहे जाने वाले भगवान शिव के अनेकों पूर्ण अवतार या अंश अवतार है। लेकिन, आज हम शिव जी के पुत्रों के बारे में जानेंगे। शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव के कुल 9 संताने थी उनमें से एक पुत्री और 8 पुत्र। अगर, हम संतान की बात करें तो कुछ गोद ली हुई या कुछ उत्पत्ति से हुई बताई जाती है, जैसे:- कि हम सब को ज्ञात है जब भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय दक्षिण की तरफ चले गए थे तब माता पार्वती ने अकेलेपन को दूर करने के लिए चंदन के उपटन से बालक का रूप दे दिया था। वही बालक शिवनंदन "गणेश" कहलाये। शिव पुराण में भगवान शिव की भिन्न-भिन्न पत्नियों का उल्लेख मिलता है। इस पुराण के अनुसार शिव शंभू की पहली पत्नी राजा दक्ष की पुत्री सती थी जो राजा दक्ष द्वारा आयोजित यज्ञ में भगवान शिव की अपमानजनक बातें सुनकर अग्निकुंड में सती हो गई थी। दूसरी पत्नी के रूप में माता सती नें ही हिमावन के घर पार्वती के रूप में जन्म लिए लिया। ऐसे तो शिव भक्तों के अनुसार तीसरी पत्नी काली,चौथी पत्नी उमा और पांचवी पत्नी माता गंगा है । अब आइए भगवान शिव के पुत्रों के बारे में कुछ जानकारी लेते हैं:
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