घटस्थापना मुहूर्त नवरात्रि के दौरान अधिक लोकप्रिय है और माघ गुप्त नवरात्रि के दौरान भी इसकी आवश्यकता होती है. घटस्थापना नवरात्रि के महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है. यह नौ दिनों की दुर्गा पूजा की शुरुआत का प्रतीक है. हमारे
शास्त्रों में नवरात्रि की शुरुआत में एक निश्चित अवधि के दौरान घटस्थापना करने के लिए अच्छी तरह से नियम और दिशानिर्देश दिए गए हैं. घटस्थापना देवी शक्ति का आह्वान है और इसे शुभ समय पर करने से सौभाग्य एवं सुख की प्राप्ति होती है.
घटस्थापना करने के लिए सबसे शुभ या शुभ समय दिन का पहला एक तिहाई भाग होता है, जब प्रतिपदा चलित होती है, यदि किन्हीं कारणों से यह समय उपलब्ध नहीं हो पाता है तो अभिजीत मुहूर्त के दौरान घटस्थापना की जा सकती है. घटस्थापना मुहूर्त के दौरान नक्षत्र , योग का उपयोग भी शुभता को ध्यान में रखते हुए किया जाता है और सबसे महत्वपूर्ण कारक यह है कि घटस्थापना को दोपहर से पहले किया जाए. घटस्थापना को कलश स्थापना या कलश स्थापना के नाम से भी जाना जाता है.
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