2. इस दिन तुलसी माता और शालीग्राम का विवाह भी किया जाता है। इस दिन से ही मांगलिक कार्य भी शुरू हो जाएंगे। कुंडली टीवी के दर्शकों को मैं बताना चाहूंगा कि एकादशी तिथि का प्रारम्भ- 14 नवम्बर, 2021 को प्रातः 05 बजकर 48 मिनट से शुरू हो कर 15 नवम्बर, 2021 को प्रातः 06 बजकर 39 मिनट पर समापन होगा।
नवंबर महीने की तीसरी एकादशी 30 नवंबर को उत्पन्ना एकादशी के रूप में है। मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को विधि विधान और नियम के साथ रखने से धर्म और मोक्ष फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन व्रत रखने से मन शांत होता है। शरीर स्वस्थ रहता है । इस दिन भगवान विष्णु जी की पूरी भक्ति भाव से पूजा की जाती है।
मनचाहा जीवनसाथी और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए करवाएं वृन्दावन में तुलसी विवाह : 15-नवंबर-2021