2. पुत्र की न होने की स्थिति में पिंडदान का अधिकार किसे दिया जा सकता है।
यदि किसी व्यक्ति की एक से अधिक संतान हो उसका निधन हो जाए तो उसके पिंडदान का अधिकार उस के सबसे बड़े पुत्र को दिया जाता है। और यदि पुत्र ने हो तो इंधन का अधिकारी व्यक्ति की पुत्री को माना जाता है।
सर्वपितृ अमावस्या को गया में अर्पित करें अपने समस्त पितरों को तर्पण, होंगे सभी पूर्वज एक साथ प्रसन्न -6 अक्टूबर 2021