मोदक:- मोदक को नारियल और घी से बनाया जाता है मान्यता है कि गणपति को मोदक अत्यंत प्रिय है। गणपत्यथर्वशीर्ष में तो यहां तक लिखा है कि, “यो मोदकसहस्त्रेण यजति स वांछितफलमवाप्नोति।” यानी जो भक्त गणेश जी को एक हजार मोदक का भोग लगाता है गणेश जी उसे मनचाहा फल प्रदान करते हैं यानी उनकी मुरादें पूरी होती हैं। परंतु भगवान गणेश को मोदक इतने क्यों पसंद थे आखिर लोग उन्हें मोदक का भोग ही क्यों लगाते हैं आइए जानते हैं
ललिता सप्तमी को ललिता सहस्त्रनाम स्तोत्र के पाठ से लक्ष्मी माँ की बरसेगी अपार कृपा, - 13 सितम्बर, 2021