myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Live ›   Blogs Hindi ›   Janmashtami 2022 LIVE UPDATES: Janmashtami on 18th or 19th August? Learn Worship Method, Shubh Muhurta, and Ma

Janmashtami 2022 LIVE UPDATES: जन्माष्टमी 18या19 अगस्त को? जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, एवं मंत्र

Myjyotish Expert Updated 19 Aug 2022 04:50 PM IST
Janmashtami 2022 LIVE UPDATES: Janmashtami on 18th or 19th August? Learn Worship Method, Shubh Muhurta, and Ma
जन्माष्टमी 18या19 अगस्त को? जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, एवं मंत्र - फोटो : google

खास बातें

LIVE JANMASHTAMI (जन्माष्टमी) 2022 Puja Vidhi Shubh Muhurat Updates- हिंदू धर्म में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है. धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद (भादों) माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. भगवान कृष्ण की याद में और उनकी कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए भक्त हर साल भादों कृष्ण अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का त्योहार मनाते हैं. इस साल यह अष्टमी तिथि दो दिन पड़ रही है. पंचांग के अनुसार गुरुवार, 18 अगस्त को रात के 09 बजकर 21 मिनट से अष्टमी तिथि शुरू हो रही है जोकि अगले दिन 19 अगस्त शुक्रवार को रात के 10 बजकर 59 मिनट पर खत्म होगी. ऐसे में इस बार जन्माष्टमी दो दिन -18 अगस्त और 19 अगस्त को मनाई जा रही.  आपको जानकारी के लिए बता दें कि मथुरा और वृन्दावन में जन्माष्टमी का पर्व कल यानी 19 अगस्त को मनाया जाएगा.  

लाइव अपडेट

04:47 PM, 19-Aug-2022

जन्माष्टमी व्रत कब- कैसे खोलें, जानें व्रत का पारण समय


19 अगस्त को जन्माष्टमी व्रत रखने वाले 20 अगस्त को शुभ मुहूर्त में व्रत खोलें. जन्माष्टमी व्रत का पारण अष्टमी तिथि के समापन के बाद किया जाता है, हालांकि कुछ जगह रात्रि में बाल गोपाल की पूजा करके व्रत का पारण कर लेते हैं. आपकी मान्यता अनुसार व्रत का पारण करें.

व्रत पारण समय- 19 अगस्त, रात्रि 10 बजकर 59 मिनट के  बाद

व्रत पारण समय - 20 अगस्त को प्रातः 05:45 बजे के बाद


 जानें पूरी दुनिया में कहां-कहां स्थित हैं भगवान श्रीकृष्ण के भव्य मंदिर
03:46 PM, 19-Aug-2022
जन्माष्टमी के दिन क्या नहीं खाना चाहिए

जन्माष्टमी का पर्व बेहद पवित्र पर्व है. इस दिन मांस मदिरा का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए. इस दिन तामसिक चीजों का सेवन न करें.

घर में जन्माष्टमी कैसे बनाएं

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व घरों में भी मनाने की परंपरा है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं से जुड़ी झांकियां सजाई जाती है. पूजा अर्चना की जाती है. एक तरह से भगवान श्रीकृष्ण के जन्म को उत्सव के रूप में मनाया जाता है. 


जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
12:02 PM, 19-Aug-2022
तुलसी के बिना अधूरी है कृष्ण पूजा
  • भगवान श्री कृष्ण को तुलसी बहुत प्रिय है.
  • जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा में तुलसी का विशेष महत्व होता है.
  • आज के दिन जो भी प्रसाद बनाएं उसमें तुलसीदल जरूर चढ़ाएं.
  • मान्यता है कि जन्माष्टमी की पूजा में तुलसी दल चढ़ाने से कृष्ण भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं.

जानें पूरी दुनिया में कहां-कहां स्थित हैं भगवान श्रीकृष्ण के भव्य मंदिर
11:54 AM, 19-Aug-2022
जानें किसने किया था भगवान श्रीकृष्ण का नामकरण
  • कृष्ण ने माता देवकी के गर्भ से जन्म लिया था लेकिन उनका लालन-पालन यशोदा मां ने किया था. ऋषि गर्ग यदुवंश के कुलगुरु थे.
  • श्रीमदभागवत पुराण के वर्णन अनुसार उन्होंने ने ही कृष्ण भगवान का नामकरण किया था.
  • कहा जाता है कि नामकरण से पहले बाल-गोपाल की मनमोहक छवि को देखकर ऋषि गर्ग अपनी सुधबुध खो बैठे थे.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
10:58 AM, 19-Aug-2022
जन्माष्टमी के दिन क्या नहीं खाना चाहिए
  • जन्माष्टमी का पर्व बेहद पवित्र पर्व है.
  • इस दिन मांस मदिरा का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
  • इस दिन तामसिक चीजों का सेवन न करें.
जानें पूरी दुनिया में कहां-कहां स्थित हैं भगवान श्रीकृष्ण के भव्य मंदिर
 
09:53 AM, 19-Aug-2022
जन्माष्टमी पर ऐसे करें कान्हा जी को प्रसन्न

जन्माष्टमी के दिन कान्हा को पीले चंदन या फिर केसर का तिलक लगाएं. श्रृंगार में मोर के मुकुट और बांसुरी का इस्तेमाल जरूर करें. इसके बाद उन्हें पुष्प, फल, पंजीरी,चरणामृत अर्पित करें और प्रसाद में तुलसी दल चढ़ाएं.


आज ही करें बात देश के जानें - माने ज्योतिषियों से और पाएं अपनीहर परेशानी का हल 
08:12 PM, 18-Aug-2022
श्रीकृष्ण का श्रृंगार इन 5 चीजों के बिना अधूरा है-
 
  • पीले वस्त्र - जन्माष्टमी पर कान्हा के आगमन पर उनका अभिषेक कर पीले वस्त्र पहनाएं. रंग बिरंगे वस्त्रों से कान्हा प्रसन्न होते हैं. पीतांबर कृष्ण को बेहद प्रिय है.
  • वैजयंती माला - जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल के श्रृंगार में कान के कुंडल बाजूबंध, कमरबंध, हाथ के कड़े, पायल  के साथ वैजयंती माला उन्हें जरूर पहनाएं. 
  • मोरपंख - मोरपंख के बिन कृष्ण की कल्पना नहीं की सकती. मान्यता है कि मोरपंख राधा-कृष्ण के प्रेम का प्रतीक है इसलिए कान्हा हमेशा इसे अपने सिर पर सजाते हैं.
  • चंदन - सुगंधित चंदन की खुशबू बाल गोपाल को बहुत पसंद है. चंदन विभिन्न प्रकार के होते हैं. सफेद चंदन, हरि चंदन, गोमती चंदन आदि. कान्हा का गोपी चंदन से श्रृंगार उत्तम माना जाता है.
  • बांसुरी - बांसुरी के बिना कान्हा अधूरे माने जाते हैं.मान्यता है कि मुरली में कृष्ण का वास होता है. जन्माष्टमी पर चांदी या कोई भी छोटी सी बांसुरी कान्हा के हाथ में जरूर रखें.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
05:18 PM, 18-Aug-2022
कृष्ण जन्माष्टमी पर भूलकर भी न करें ये काम

  • कृष्ण जन्माष्टमी पर किसी का भी अपमान न करें और न ही मन में किसी तरह का बुरा विचार लाएं. किसी को भला-बुरा न कहें.

  • जन्माष्टमी के दिन काले रंग के कपड़े न पहनें.

  • व्रती को रात 12 बजे तक व्रत का पालन करते हुए अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए.

  • जन्माष्टमी पर गायों की पूजा और सेवा जरूर करनी चाहिए.

जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
05:09 PM, 18-Aug-2022
जन्माष्टमी के 5 लाभकारी मंत्र 

  • कृं कष्णाय नम:
  • ऊं श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा 
  • गोकुल नाथाय नम:
  • ऊं क्लीम कृष्णाय नमः
  • ॐ देविकानन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात 
  • ऊं कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।। प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:।।

जानें पूरी दुनिया में कहां-कहां स्थित हैं भगवान श्रीकृष्ण के भव्य मंदिर
03:28 PM, 18-Aug-2022
जन्माष्टमी पर आज रात इस विधि से करें कृष्ण चालीसा पाठ

  • जन्माष्टमी के दिन रात 12 बजे खीरा काटकर कान्हा का जन्म कराएं.

  • बाल गोपाल को माखन-मिश्री का भोग अर्पित करें. इस दिन घर में छोटे बच्चों को कृष्ण चालीसा का पाठ जरुर करना चाहिए. मान्यता है कि इससे उनके बुद्धि का विकास होता है. ज्ञान की प्राप्ति होती है.

  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन कृष्ण चालीसा का पाठ करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है. कष्टों का नाश होता है, मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है. 

आज ही करें बात देश के जानें - माने ज्योतिषियों से और पाएं अपनीहर परेशानी का हल 
01:47 PM, 18-Aug-2022
कैसे मनाएं श्री कृष्ण जन्माष्टमी?

भक्त जन्माष्टमी के दिन उपवास रखते हैं. व्रत के दौरान फलाहार किया जा सकता है. रात में 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. मान्यताओं के अनुसार बाल गोपाल का जन्म मध्य रात्रि में हुआ था. इसलिए जन्माष्टमी की मध्यरात्रि को घर में मौजूद लड्डू गोपाल की प्रतिमा का जन्म कराया जाता है. फिर उन्हें गंगा जल से स्नान कराया जाता है. इसके बाद उन्हें सुंदर वस्त्र पहनाते हैं. अब फूल माला अर्पित कर धूप-दीप जलते हैं और उनका नमन वंदन करते हैं. उन्हें दूध-दही, मक्खन आदि अर्पित करते हैं. पूजा समाप्त होने के बाद प्रसाद वितरित करते हैं.

जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
11:35 AM, 18-Aug-2022

जन्माष्टमी 2022 व्रत पूजा का मुहूर्त

इस साल आज जन्माष्टमी पर रात 12 बजकर 03 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 47 मिनट तक नीशीथ काल रहेगा. यानी भगवान श्री कृष्ण की मध्यरात्रि पूजा के लिए 44 मिनट का शुभ मुहूर्त रहेगा. इस मुहूर्त में भगवान कृष्ण की पूजा करना बेहद शुभ फलदायी होगा. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि  इस साल जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण की पूजा के लिए 44 मिनट का विशेष मुहूर्त बन रहा है.

जानें पूरी दुनिया में कहां-कहां स्थित हैं भगवान श्रीकृष्ण के भव्य मंदिर

10:28 AM, 18-Aug-2022

Janmashtami 2022 LIVE UPDATES: जन्माष्टमी 18या19 अगस्त को? जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, एवं मंत्र

धार्मिक मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन व्रत करने और भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने से वे भक्तों की सभी मुरादें पूरी करते हैं. उनकी कृपा से निसंतान दंपत्ति को संतान की प्राप्ति होती है. भक्तों के हर काम सफल होते है. घर परिवार में सुख समृद्धि आती है.

आज ही करें बात देश के जानें - माने ज्योतिषियों से और पाएं अपनीहर परेशानी का हल 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support


फ्री टूल्स

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X