01:47 PM, 23-Mar-2023
मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप
नवरात्रि के दूसरे दिन पूजित माता ब्रह्मचारिणी को ब्राह्मी भी कहा जाता है। यह आयु और स्मरण शक्ति बढ़ाने वाली और रूधिर विकारों को नाश करती हैं और शांति प्रदान करती हैं। मां ब्रह्मचारिणी सृष्टि के समस्त चर और अचर जगत की विघाओं की ज्ञाता है। इनका स्वरूप श्वेत वस्त्र में लिपटी हुई कन्या के रूप में हैं। मां ब्रह्मचारिणी के दाहिने हाथ में अष्टदल की माला और बाएं हाथ में कमण्डल है। मां समस्त ज्ञान और तंत्र-मंत्र आदि से संयुक्त हैं और भक्तों को सर्वज्ञ संपन्न विघा देकर विजयी बनाती हैं। मां का स्वरूप सादा और भव्य है और ज्ञान उतना ही विशाल।
09:39 AM, 23-Mar-2023
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि
चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन पीले या सफेद वस्त्र पहनकर देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करनी चाहिए. चूंकी ये तपस्या की देवी है और तपस्वी अधिकतर सफेद या पीला वस्त्र धारण करते हैं. वैसे माता रानी का प्रिय रंग लाल है लेकिन इस दिन देवी को सफेद वस्तुएं अर्पित करने से भाग्य चमक उठता है. माता को शक्कर या पंचामृत का भोग लगाएं और ऊं ऐं नम: मंत्र का 108 बार जाप करें. ध्यान रहे मां ब्रह्मचारिणी की पूजा निराहर रहकर की जाती है तभी पूजा का फल मिलता है. कहते हैं नवरात्रि के दूसरे दिन इस विधि से पूजा करने पर जीवन के कठिन संघर्षों में भी व्यक्ति अपने कर्तव्य से विचलित नहीं होता और सफलता प्राप्त करता है
09:37 AM, 23-Mar-2023
चैत्र नवरात्रि 2023 दूसरे दिन के शुभ योग
इंद्र योग - 23 मार्च, सुबह 06.16 - 24 मार्च, सुबह 03.43
सर्वार्थ सिद्धि योग - पूरे दिन
02:39 PM, 22-Mar-2023
नवरात्रि पूजा में हमेशा पीले या लाल रंग के वस्त्र धारण करना शुभ होता है क्योंकि मां को ये रंग पसंद होते हैं और इन्हें शुभ माना जाता है. इस दौरान काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. कालरात्रि पूजा पर काले रंग को धारण किया जा सकता है. अगर आप नौ दिनों का व्रत कर रहे हैं तो प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करें.
02:38 PM, 22-Mar-2023
पूजा और व्रत के नियम
नवरात्रि में अपनी आस्था और क्षमता को देखते हुए व्रत का संकल्प लेना चाहिए. आप चाहें तो एक दिन, तीन दिन, सात दिन या नौ दिन का उपवास कर सकते हैं. लेकिन आप जो भी संकल्प लें उसे पूरी तरह से पूरा करें. व्रत को बीच में छोड़ने से पूजा का फल नहीं मिलता है. यदि आपने व्रत का संकल्प लिया है तो इन दिनों में फल ही खाएं और तामसिक भोजन से दूर रहें. शराब आदि का सेवन भी बिल्कुल नहीं करना चाहिए. इस अवधि में अपना व्यवहार शांत रखें और लड़ाई-झगड़े, गाली-गलौज आदि से दूर रहें.
12:24 PM, 22-Mar-2023
नवरात्रि में माता जल्द प्रसन्न होती हैं और प्रसन्न होने पर भक्तों की मनोकामना तुरंत पूरी करती हैं. ऐसे में साधक को मां की पूजा के दौरान इससे जुड़े नियमों का ध्यान रखना चाहिए नहीं तो सारी पूजा और साधना व्यर्थ चली जाएगी. तो आइए हम आपको बताते हैं कि जप और व्रत के लिए किन नियमों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
12:24 PM, 22-Mar-2023
नवरात्रि में व्रत रखने का है विशेष महत्व, पूर्ण होते हैं मनोरथ
नवरात्रि में मां का आशीर्वाद हर किसी को प्राप्त होता है. माता सभी पर अपनी कृपा दृष्टि डालती हैं. इन नौ दिनों में माता की भक्ति का महत्व सर्वोपरी रहा है. इन दोनों माता प्रसन्न होने पर भक्तों की मनोकामना तुरंत पूरी करती हैं. नवरात्रि के अवसर पर देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इस मौके पर लोग पूरे दिन व्रत रखते हैं और पूरी श्रद्धा के साथ मां की पूजा करते हैं. शक्ति साधना से जुड़े इन नौ दिनों में विधि-विधान से पूजा करने से मां प्रसन्न होती हैं और सभी बाधाओं और परेशानियों से मुक्ति मिलती है.
11:22 AM, 22-Mar-2023
बनेगा शुभ महासंयोग
इस साल बहुत ही शुभ योगों में मां दुर्गा के महापर्व की शुरुआत होने जा रही है. इस दिन कुछ विशेष योग बनेंगे और ऐसे समय में पूजा करने से भक्तों को माता की पूर्ण कृपा प्राप्त होगी. नवरात्रि की शुरुआत शुक्ल योग में होगी और उसके बाद ब्रह्म योग बनेगा. ब्रह्म योग के तुरंत बाद इंद्र योग भी बनेगा. द्वितीया तिथि यानी 23 मार्च को सर्वार्थसिद्धि मंगल और यश योग बनने जा रहा है. वहीं तृतीया और अष्टमी को त्रिपुष्कर और मालव्य योग बनेगा.
11:18 AM, 22-Mar-2023
Navratri 2023 LIVE Updates: नवरात्रि का दूसरा दिन, जानें कैसे करें माँ ब्रह्मचारिणी का पूजन, विधि एवं कुछ ख़ास बातें
चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा से हिन्दू नववर्ष की भी शुरुआत होती है. इस वर्ष के राजा बुध और मंत्री शुक्र होंगे और यह समय काफी शुभ भी होगा. इस समय नवआत्रि पर शनि और बृहस्पति दोनों ही ग्रहों का अपनी राशियों में गोचर विशेष संयोग बना रहा है. इसके अलावा इस समय कुछ अन्य योगों का निर्माण होने से इस दिन की शुभता अत्यधिक वृद्धिदायक बनती है. नवरात्रि का पर्व पूरे देश में पूरी आस्था और विश्वास के साथ मनाया जाता है. यह पर्व देवी दुर्गा को समर्पित है और इन नौ दिनों में मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है. इस साल चैत्र नवरात्रि 2023 की शुरुआत 22 मार्च 2023 को हो रही है और इसका समापन 30 मार्च 2023 को होगा.