खास बातें
Vastu Tips: शनि के प्रभाव से जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही प्रभाव पड़ सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि शनि की कृपा पाने के लिए वास्तु के अनुसार दिशा क्या कहती है।
विज्ञापन
विज्ञापन
Vastu Tips: शनि देव न्याय के देवता, कर्मफलदाता और ग्रहों में सबसे शक्तिशाली माने जाते हैं। वह व्यक्ति के कर्मो को अनुसार उन्हें फल देते हैं। वास्तु शास्त्र में, शनि देव को पश्चिम दिशा का स्वामी माना जाता है। उनका प्रभाव हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करता है, जैसे कि करियर, स्वास्थ्य, धन, और रिश्ते आदि। शनि के प्रभाव से जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही प्रभाव पड़ सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि शनि की कृपा पाने के लिए वास्तु के अनुसार दिशा क्या कहती है।
शनि देव की दिशा का महत्व
वास्तु के अनुसार, पश्चिम दिशा शनि देव की दिशा है। इस दिशा में घर का मुख्य द्वार, कूड़ा करकट, पति पत्नि का कमरा और किचन नहीं होना चाहिए। यदि ऐसा होता है, तो यह नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इन प्रभावों में घर में कलह, आपसी मतभेद, दरिद्रता और नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
शनि देव को कैसे प्रसन्न करें
शनि देव के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए आपको निम्न उपाय अवश्य ही अपनाने चाहिए-
- शनिवार को व्रत रखें और शनि देव की पूजा करें।
- नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- काले रंग की वस्तुएं, जैसे कि काले तिल, काला कपड़ा या काले जूते दान करें।
- अपने घर और कार्यस्थल को साफ-सुथरा रखें।
- जरूरतमंदों की मदद करें।
- शनिवार के दिन शनि देव को सरसों को तेल अर्पित करें।
शनि देव की कृपा से सकारात्मक प्रभाव
- शनि देव कर्मफलदाता हैं, इसलिए यदि आप मेहनती और ईमानदार हैं, तो वे आपको सफलता प्रदान करेंगे।
- वे आपको अनुशासन, धैर्य और विनम्रता सिखाते हैं।
- वे आपके जीवन में स्थिरता और समृद्धि लाते हैं।
इस प्रकार से आप शनि देव की कृपा पा सकते हैं, हालांकि इन उपायों से उपनाने से पूर्व आपको किसी ज्योतिष य पंडित जी से परामर्श अवश्य ही लेना चाहिए।