जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
उत्तर दिशा का उपयोग और इसका लाभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा को एक अत्यंत ही पवित्र शुभ दिशा के रुप में जाना जाता है. यह दिशा धन की दिशा भी कहलाती है. इसे कुबेर की दिशा के रुप में भी जाना जाता है. हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र को बहुत महत्व दिया गया है. घर की किस दिशा में क्या शुभ और क्या अशुभ होगा इसके लिए वास्तु शास्त्र में बेहद महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गई हैं.
उत्तर दिशा में चीजें सही से रखने से, कभी नहीं होती पैसों की कमी, बनी रहती है आर्थिक समृद्धि भी बनी रहती है. उत्तर दिशा में सही चीजों को रखने से माना जाता है कि कभी आर्थिक संकट नहीं उभरता है. सुख-समृद्धि बनी रहती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा को पवित्र और शुभ माना जाता है. साथ ही उत्तर दिशा को बुध ग्रह की दिशा के रुप में भी जाना गया है. इस कारण से बुध का प्रभाव भी अच्छे परिणाम देने वाला होता है.
साफ सुथरा रखें उत्तर दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा पर किसी भी प्रकार की अवांधित वस्तुओं को नहीं रखा जाना चाहिए. धन की दिशा उत्तर होने एक कारण यहां गंदगी से बचना चाहिए. इस दिशा को खाली, साफ और हरा-भरा रखना अधिक अच्छा माना गया है. इस स्थान पर लक्ष्मी, गोमती चक्र, शिवलिंग को घर की उत्तर दिशा में रखना अच्छा माना गया है. ऐसा माना जाता है कि घर में हमेशा आर्थिक संपन्नता बनी रहती है और व्यक्ति को आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है.
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वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा को हरे रंग से भर भर सकते हैं इस स्थान पर ऎसी वस्तुओं का उपयोग कर सकते हैं जो हरे रंग को दर्शाने वाली हों, इस दिशा में हरे रंग की रोशनी कर सकते हैं. यहां दीपक या फूल भी रख सकते हैं.