Vastu Shastra: वास्तु अनुसार शयन संबंधित नियमों से दूर होती हैं सोने से जुड़ी परेशानियां
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दिशाओं का प्रभाव जीवन में कई तरह से पड़ता है. हर दिशा का असर व्यक्ति के प्रत्येक पक्ष पर पड़ता है. इसी अनुसार व्यक्ति की दिशा एवं उसका ज्ञान भी प्रभावित होता है. उचित दिशाओं का उपयोग करके हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं. कई बार गलत रुप से किया गया दिशा का उपयोग हमारे जीवन में स्वास्थ्य को कमजोर कर सकता है. वास्तु के अनुसार, गलत दिशा में खाने पीने रहने एवं सोने इत्यादि के चलते जीवन कई तरह से प्रभवैत हो सकता है. ऎसे में यदि दिशाओं का पालन उचित रुप से किया जाए तो कई तरह की परेशानियों से बचाव संभव हो सकता है.
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वास्तु के अनुसार पूर्व दिशा आपके जीवन में ऊर्जाओं को बढ़ाती है. ऐसे में अगर हम हर काम के लिए कुछ दिशा-निर्देश ध्यान में रखें तो उसका असर गहरा होता है.अगर सही दिशा को ध्यान में रखकर काम किया जाए तो नकारात्मक ऊर्जा से बचा जा सकता है. इसका असर जीवन पर पड़ता है. वास्तु शास्त्र में सोने की दिशा और नियम बताए गए हैं.
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वास्तु के अनुसार शयन संबंधी दिशा नियम
शयन की स्थिति हर किसी को अच्छे से मिल पाए यह एक बेहद कठिन मांग बनती जा रही है आज के समय में.
कामकाज से थककर हर कोई रात को आराम करता है. बिस्तर पर लेटते ही दिन भर की थकान के साथ-साथ तनाव भी कम हो जाता है. लेकिन आमतौर पर लोग सोते समय दिशा का ध्यान नहीं रखते और किसी भी दिशा में सिर या पैर करके सो जाते हैं.वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को सोते समय हमेशा अपना सिर पूर्व दिशा की ओर रखना चाहिए. क्योंकि सूर्य भी पूर्व से उगता है और सूर्य देव की ओर सिर करके सोने से मानसिक और स्वास्थ्य लाभ मिलता है. इसके अलावा आप दक्षिण दिशा की ओर सिर करके भी सो सकते हैं. लेकिन किसी भी हालत में उत्तर दिशा की ओर सिर करके न सोना ही बेहतर होता है.
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दूर होती है नकारात्मकता
अगर नींद से संबंधित कोई परेशानी है तो वास्तु अनुसर नियमों का पालन करके इसे दूर किया जा सकता है. वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि अगर सोते समय दिशा का ध्यान नहीं रखते हैं तो इससे वास्तु दोष हो सकता है. नीम्द की कमी के साथ बेचैनी तथा इसका आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. वास्तु शास्त्र में घर के रख-रखाव के साथ-साथ रहने के लिए दिशा को भी महत्वपूर्ण माना गया है. इसीलिए वास्तु शास्त्र में सोने की दिशा के बारे में भी बताया गया है. दिशाओं का ध्यान रखते हुए सोना जीवन में शयन से संबंधित परेशानियों को दूर कर देने वाला होता है.