Vastu Tips
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वास्तु में हर छोटी से छोटी चीज का प्रभाव महत्वपूर्ण रहने वाला है. इन सब में घर या कार्य क्षेत्र में जब हम वास्तु को देखते हैं तो इसका सही रुप से होना बेहद जरूरी होता है. विशेष रुप से इन स्थानों में प्रवेश द्वारा की ओर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है. घर हो या कारोबार का मुख्य द्वार यदि यह सही रुप से होगा तो इसका उचित असर हमें देखने को मिलता है. इस मेन गेट की हर प्रकार की स्थिति को देखना आवश्यक माना जाता है. वास्तु अनुसार इस स्थान की स्थिति, दिशा, रंग रखरखाव इत्यादि पर वास्तु का ध्यान देने की जरुरत होती है.
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सही रुप में शामिल किया गया वास्तु मेन गेट को शुभता देता है ओर साथ ही उस स्थान पर रहने वालों को भी अच्छे लाभ देता है. वास्तु शास्त्र बताता है कि मुख्य प्रवेश द्वार के लिए कुछ विशेश दिशाएं अच्छी होती हैं इन में से उत्तर, पूर्व, उत्तर-पूर्व और पश्चिम वाली दिशा अच्छी तथा शुभ असर दिखाने वाली मानी गई हैं. वास्तु अनुसर अच्छी दिशाएं जीवन में सकारात्मक स्थिति को देने में सहायक होती हैं.
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मेन गेट के लिए वास्तु और उसका असर
मेन गेट की स्थिति कैसी होनी चाहिए इसका निर्णय वास्तु अनुसार करना शुभ होता है. कुछ दिशाएं प्रगति के लिए होती हैं इनमें से पूर्व से संबंध रखने वाली दिशाएं सूर्य के संबंध में अपनी स्थिति के कारण शुभ मानी जाती हैं. इन को वास्तु में आदर्श रूप से बेहतर माना जाता है.
इसके अलावा मुख्य द्वार को दक्षिण, उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम में रखने से बचने का सुझाव दिया जाता है क्यों इन दिशाओं में सकारात्मकता कम होती है. मुख्य द्वार के वास्तु और घर के प्रवेश द्वार को स्थापित करने के सुझावों में वास्तु का सहयोग काफी है. अगर कभी ये दिशा न भी मिल पाए तब भी कुछ अच्छे लाभ मिल सकते हैं.
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किसी भी घर या कार्यस्थान में मुख्य द्वार के लिए वास्तु के टिप्स सहयोगी बनते हैं इसमें रंगों का भी अपना महत्व रहा है. कुछ रंग आपकी दिशाओं को भी शुभता देने वाले होते है. रंग एवं उनका असर वास्तु के अनुसार स्थान पर पड़ता है, शरीर, मन और आत्मा पर पड़ता है. इन चीजौं को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हर दिशा से एक विशिष्ट रंग जुड़ा होता है. वास्तु के अनुसार इसका पालन शुभ होता है.