खास बातें
Ekadashi Rituals : सभी एकादशियों को बहुत ही विशेष माना जाता है। ऎसे में एकादशी तिथि पर कोई विशेष दिन पड़ता है यो उस दिन की महत्ता भी काफी बढ़ जाती है। जिसमें से मुख्य रुप से एकादशी के दिन रविवार का होना अत्यंत महत्वपूर्ण समय होता है।
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Ekadashi Vrat rules एकादशी के दिन रविवार का होना विशेष रुप से तुलसी पूजन से संब्म्धित नियमों के लिए अत्यंत विशेष होता है। एकादशी का पूजन तुलसी बिना अपूर्ण माना गया है किंतु रविवार के दिन तुलसी को छुना लगाना निषेध होता है अत: ऎसे में रविवार और एकादशी के दिन कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए।
रविवार के दिन एकादशी पर तुलसी पूजा Sunday Ekadashi Tulsi Puja
रविवार और एकादशी का संयोग जहां बहुत शुभ है वहीं कुछ बातों का ध्यान रखना इस दिन महत्वपूर्ण होता है। अन्यथा पूजा का संपूर्ण फल नहीं मिल पाता है। माना गया है की रविवार के दिन तुलसी को छुना मना होता है ऎसे में इस दिन तुलसी को तोड़ना भी पाप फल देता है अत: ऎसे में रविवार से एक दिन पूर्व तुलसी को एकादशी पूजन के लिए एकत्रित कर लेना ही उचित होता है। ऎसा करने से तुलसी माता की कृपा भी प्राप्त होती है तथा भक्तों को एकादशी पूजा का शुभ फल भी मिलता है।एकादशी और रविवार के दिन कुंडली के दोष होते हैं दूर
एकादशी के दिन रविवार का दिन होने पर विष्णु जी की के साथ भगवान सूर्य देव की पूजा करने से कुंडलीके दोषों का असर भी कम होने लगता है। एकादशी रविवार को होने पर इस दिन सूर्य देव का पूजन अवश्य करना चाहिए तथा इस दिन अपने पितरों को याद करके दान पुण्य का कार्य भी करना चाहिए। विष्णु जी की पूजा करनी चाहिए ऎसा करने से ग्रह दोषों का असर कम हो सकता है। इस दिन व्रत करने तथा मीठी वस्तुओं का दान करना उत्तम माना गया है।शास्त्रों के अनुसार एकादशी व्रत भगवान विष्णु के लिए किया जाता है। इस व्रत को श्रेष्ठ व्रतों में विशेष माना गया है। मान्यता है कि इस व्रत के शुभ द्वारा घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ में एकादशी व्रत से शत्रुओं पर विजय दिलाता है। मानसिक समस्याओं से लड़ने का साहस प्रदान करता है।
रविवार के दिन एकादशी पूजा नियम
रविवारके दिन एकादशी का पूजन करने हेतु प्रात: काल समय में सूर्य उदय से पहले उठना चाहिए। प्रात:काल में स्नान के बाद सूर्योदय के समय सूर्य देव की उपासना करनी चाहिए,सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए इसके लिए तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें लाल फूल, लाल चंदन, चीनी, हल्दी तथा चावल डाल कर सूर्य को जल चढ़ाना उत्तम होता है। स्नान कार्य पश्चात भगवान श्री विष्णु की पूजा करनी चाहिए रहा व्रत करना चाहते हैं तो व्रत का संकल्प लेते हुए एकादशी व्रत करना चाहिए।
रविवार के दिन एकादशी व्रत से मिलता है विशेष लाभ
शास्त्रों के अनुसार एकादशी व्रत को बहुत खास माना जाता है। ऐसे में अगर रविवार के दिन एकादशी पर पड़े तो उस दिन का महत्व भी बहुत बढ़ जाता है। रविवार को एकादशी का व्रत होने से व्रती का जीवन सुख सौभाग्य को पाता है। सूर्य देव का आशीर्वाद मिलता है तथा श्री हरि की कृपा बनी रहती है। एकादशी व्रत नियम का पन करते हुए रविवार को एकादशी पर पड़ने वाला दिन खास होता है,इस समय तुलसी पूजा से जुड़े नियमों को ध्यान में रखना चाहिए। तुलसी के बिना एकादशी की पूजा अधूरी मानी जाती है लेकिन रविवार को तुलसी को छूना वर्जित होता है। ऐसे में रविवार और एकादशी के दिन कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।नियमों का पन करते हुए व्रत जीवन को सुखमय बनाता है।
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