Shukravar Upay: शुक्रवार के दिन जरूर करें इस एक फूल का उपाय लक्ष्मी की नही होगी कभी कमी
- फोटो : google
शुक्रवार का दिन धन की देवी लक्ष्मी जी का विशेष समय होता है. इस समय पर माता लक्ष्मी का पूजन किया जाता है लेकिन इसके साथ एक खास उपाय यदि खास समय पर किया जाए तो लक्ष्मी की आमद सारा साल बनी रह सकती है.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
ऎसे में आषाढ़ मास का शुक्रवार बेहद शुभ होता है ओर साथ में यदि इस दिन इस एक फूल का उपयोग उपाय के रुप में किया जाए तो इसके चमत्कारिक लाभ प्राप्त होते हैं. इस फूल को धार्मिक एवं आध्यात्मिक तथा स्वास्थ्य सभी दृष्टियों से उपयोगी ही माना गया है.
अब आप जानना चाहेंगे कि आखिर वो कौन सा फूल है जो इतना लाभ दे सकता है, तो वो है हिबिस्कस नामक फूल है. इस फूल को देवी लक्ष्मी का प्रिय फूल माना गया है. धार्मिक मान्यता है कि जिस व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बरसती है. व्यक्ति अगर देवी को ये पुष्प अर्पित करता है तो उसकी किस्मत चंद दिंनो में बदल जाती है. आय और भाग्य में अप्रत्याशित वृद्धि होती है. साथ ही व्यक्ति अपने जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल कर पाता है.
आर्थिक तंगी से मुक्ति के लिए देवी लक्ष्मी को अर्पित करें ये पुष्प
हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन धन की देवी मां लक्ष्मी के साथ ही माता संतोषी को भी समर्पित माना गया है. इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि देवी को अर्पित किए गए पुष्प मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्रदान करने वाले होते है. जीवन में उच्च पद की प्राप्ति करता है. इसलिए हमें धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा में हिबिस्कस को अर्पित करना चाहिए.
मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों
साधक अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए लक्ष्मी व्रत भी करते हैं इस समय पर देवी को लाल रंग का ये फूल पूजा में अर्पित करने से पुण्य फल प्राप्त होते हैं. इससे व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है. अगर देवी लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन विधि-विधान के साथ इस पुष्प को देवी लक्ष्मी की पूजा में जरुर करें शामिल.
इस पुष्प का उप्योग घर में शुभता को भी बढ़ाता है. यह घर में लगाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा भी दुर होटी है. वास्तु में इस पुष्प को अत्यंत शुभदायी माना जाता है. इस लिए इस फूल का उपयोग शुर्कवार के दिन पूजा में जरुर करना चाहिए.