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अब शुक्र तुला राशि में है तो अच्छे फलों की संभावना बनती दिखाई अधिक देगी. शुक्र वृषभ और तुला राशि का स्वामी है. यह मीन राशि में उच्च का तथा कन्या राशि में नीच का होता है. अभी शुक्र काफी समय से कन्या में था निर्बल होकर पर अब वह तुला में जाने वाला है.
शुक्र गोचर समय
अब शुक्र का गोचर कई लाभ लेकर आ सकता है. शुक्र 30 नवंबर को दोपहर 12.05 बजे तुला राशि में जाने वाले हैं वैदिक ज्योतिष में शुक्र को प्रेम, विवाह, सौंदर्य और सुख-सुविधा का कारक ग्रह बताया गया है. कुंडली में शुक्र की स्थिति अच्छी होती है तो भौतिक सुख-सुविधाएं और जीवन में सभी सुख मिल पाते हैं. सौंदर्य, रोमांस आदि का कारक ग्रह शुक्र जीवन में कई लाभ देता है.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
वृष राशि
आपकी राशि का स्वामी होकर शुक्र आपके आत्मविश्वास और आकर्षण को बढ़ा सकता है, जिससे आप दूसरों के लिए अधिक आकर्षक बन सकते हैं. आप रोमांस और रचनात्मक अभिव्यक्ति की तीव्र इच्छा महसूस कर सकते हैं. शुक्र आपको मौज-मस्ती और मनोरंजन पर समय बिताने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है. आप अपने घर को सुंदर बनाने और अपने पारिवारिक रिश्तों को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं.
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तुला राशि
यह गोचर आपके संचार कौशल को बढ़ा सकता है. आपकी अधिक सामाजिक मेलजोल हो सकती है और आप नए दोस्त बना सकते हैं. शुक्र आपके वित्तीय स्थिति पर असर डालेगा. धन लाभ दे सकता है नए अवसर ला सकता है. आप विलासितापूर्ण या सुंदर संपत्ति में भी लिप्त हो सकते हैं.आपकी ही राशि का स्वामी होकर शुक्र आपके व्यक्तिगत चुंबकत्व और आकर्षण को बढ़ा सकता है. यह आत्म-देखभाल और लाड़-प्यार के लिए बहुत अच्छा समय है. यह परिवर्तन आपको ख़ुशी का अनुभव कराएगा.