विज्ञापन
विज्ञापन
कालभैरव जयंती पर दिल्ली में कराएं पूजन एवं प्रसाद अर्पण, बनेगी बिगड़ी बात -05 दिसंबर 2023
ऎसे में कड़ी मेहनत और लगन से सफलता प्राप्त करने में शनि सहयोग करता है. शनि ग्रह का प्रतिनिधि रत्न नीलम अत्यंत शक्तिशाली और प्रभावशाली माना जाता है. यह रत्न राजा को रंक और रंक को राजा बनाने की क्षमता रखता है. इसलिए इस रत्न को धारण करने से जीवन को बदल देने की क्षमता भी मानी जाती है. इसे पहन कर विशेष सावधानी बरतनी भी जरूरी होती है. इस रत्न को राशि के अनुसार नहीं बल्कि लग्न राशि के अनुसार भी धारण करना चाहिए. नीलम हर किसी के लिए शुभ साबित हो यह आवश्यक नहीं अपितु जिन के लिए शनि की शुभता अच्छी हो उनके लिए शनि सहायक होता है.
अनुभवी ज्योतिषाचार्यों द्वारा पाएं जीवन से जुड़ी विभिन्न परेशानियों का सटीक निवारण
शनि किन को देता है कमजोर प्रभाव
वृषभ लग्न, मिथुन लग्न, कन्या लग्न, तुला लग्न, मकर लग्न और कुंभ लग्न वाले लोग नीलम रत्न धारण कर सकते हैं. शनि इन लग्नों के स्वामी से मित्रता का भाव रखता है. इन राशियों पर नीलम का प्रभाव ऐसा होता है कि आपकी पूरी जिंदगी बदल जाती है.
आपके स्वभाव से लेकर भविष्य तक का हाल बताएगी आपकी जन्म कुंडली, देखिए यहाँ
भाग्य के सहयोग से आप एक के बाद एक कई उपलब्धियां हासिल करते हैं. यदि आप शनि की महादशा या अंतर्दशा की अवधि में सुधार करना चाहते हैं या कुंडली में शनि की स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं तो आप नीलम रत्न धारण कर सकते हैं.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
अगर आप नीलम रत्न धारण करते हैं तो आपको कई समस्याओं से मुक्ति मिलती है. आर्थिक समस्याओं के साथ-साथ काम में भी बाधा दूर होती है. परिवार की सुख-शांति बनी रहती है. यदि कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी नहीं है तो परिवार में झगड़े होंगे और बीमारी, हानि, काम में रुकावट आदि का सामना करना पड़ सकता है. बनते काम बिगड़ते रहते हैं. इसलिए यदि कुंडली में शनि की स्थिति ठीक करने के लिए शनि का यह रत्न बहुत सहायक होता है .