1. न्याय के देवता शनि देव व्यक्ति को उनके कर्मों के आधार पर फल देते हैं. न्याय संगत आचरण करने वालो को कभी भी शनि देव की कुदृष्टि और प्रकोप का भागी नही होना पड़ता।
2. शनि देव की कृपा पाने के लिए शनि जयंती से अच्छा दिन और कौन सा होगा ।
3. सर्वप्रथम अपने गुरु व माता पिता का आशीर्वाद ले पूजन का क्रम आरम्भ करे।
4. सबसे पहले शनिदेव के इष्ट भगवान शिव का 'ऊँ नम: शिवाय' बोलते हुए गंगाजल, कच्चा दूध तथा काले तिल से अभिषेक करें। अगर घर में पारद शिवलिंग है तो उनका अभिषेक करें । फिर
सरसों के तेल का दीपक प्रज्वलित करें तथा कस्तूरी अथवा चन्दन की धूप अर्पित करें ।*
5. शनि के वैदिक मंत्र का उच्चारण करें :
नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्
छायामार्तण्ड संभूतम् तम नमामि शनैश्चरम्॥"
इस मंत्र का यथा शक्ति जाप करे। अंत मे जरूरतमंद लोगो को तेल ,काली उर्द व आवयश्क वस्तुओं का दान करे । सब से अधिक प्रसन्न होते हैं जरूरत मंदो की मदद और बीमारों की सेवा से शनिदेव।