अब इस दिन पर कुछ विशेष राजयोग भी अपना असर दिखाएंगे. शश नामक योग के चलते व्यक्ति को मिलेगा शनि की कृपा का लाभ और शनिवार के दिन ही अमावस्या के साथ शनि का वक्री होना देगा ऎसे बदलाव जिसका असर समाज और राष्ट्र पर भी दिखाई देगा. अभी हाल की घटनाओं के साथ आने वाली घटनाओं पर वक्री शनि का असर निसंदेह ही असर डालने वाला है.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
इन कार्यों से मिलेगा दुर्लभ योग का लाभ
इस शनिवार के दिन शनि की परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए जितना संभव हो भक्ति के साथ शनिदेव का स्मरण करना चाहिए. शनिदेव को शनि मंदिर में तेल चढ़ाएं. और साथ में शनि मंत्र का जाप करें ऎसा करने से हर प्रकार की विपदा टल जाएगी. इससे कोर्ट की सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा.
शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के चारों ओर कच्चा सूत लपेटकर उसकी सात बार परिक्रमा करनी चाहिए. परिक्रमा करते समय शनिदेव का नाम अवश्य लेना चाहिए या फिर शनिदेव के मंत्रों को पढ़ना चाहिए. ऐसा करने से तरक्की के सारे रास्ते खुल जाते हैं.
अगर आप नौकरी में सफलता पाना चाहते हैं तो शनिवार के दिन जल में काला कोयला प्रवाहित करें और 'शं शनैश्चराय नमः' मंत्र का जाप जरूर करें. इससे आपके काम में कोई रुकावट नहीं आएगी.
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शनि की दशा के कारण अगर रोग का प्रभाव कम नहीं हो रहा है तो इस काम को जरूर करें. शनि देव को काले तिल काले पकड़े में बांध कर अर्पित करें. इसके अलावा सवा ग्राम काले तिलों को किसी नदी में शनिवार के दिन अपने ऊपर से वार कर बहा दीजिए. दांपत्य जीवन को सुखी रखने के लिए शनिवार के दिन काले तिल और तेल को शनि मंदिर में चढ़ाएं और पीपल के पेड़ के पास जल को अर्पित करें.