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Home ›   Blogs Hindi ›   Sai Baba Reiki: How Sai Baba Reiki helps in spiritual development

Sai Baba Reiki : साईं बाबा रेकी, कैसे मदद करती है आध्यात्मिक विकास में

my jyotish expert Updated 07 Oct 2023 12:03 PM IST
Sai Baba Reiki
Sai Baba Reiki - फोटो : my jyotish
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रेकी एक ऎसी विद्या है जो ईश्वर की ऊर्जा का स्वरुप मानी जाती है. यह रेकी ऊर्जा हम सभी के भीतर प्रवाहित होती रहती है तथा प्रत्येक प्राणी के भीतर इसका समावेश होता है. जीवन के कष्टों एवं तनावपूर्ण जीवनशैली के कारण हम उससे दूर होते चले जाते हैं यह ऊर्जा कम या अधिक होकर जब प्रवाहित होती है तब हम इससे प्रभावित होते हैं. आधुनिक चिकित्सकों की सहायता से यह विकसित होती चली गई है. यह साईं रेकी और करुणा रेकी में विभाजित देखी जा सकती है. इसके अलावा इस पर कई रेकी विचारकों ने अपने अनुसार कार्य भी किया. जिस पर कई तरह के विवाद भी मौजूद रहे. 
  
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साईं बाबा का रेकी प्रतीक विचार 
साईं बाबा रेकी के संदर्भ में कई लोगों का नाम आता है. इन सभी के अनुभव इस रेकी से संबंध बनाते हैं. जब कुछ रेकी विचारक भारत की यात्रा करते हैं तो उन्हें साईं बाबा के अनुभव होते हैं. इसमें एक जब मार्सी भारत से लौटीं, तो उनकी मुलाकात  होल लाइफ एक्सपो में कैथलीन से हुई. उन्होंने घोषणा की कि ध्यान में, साईं बाबा ने उन्हें बताया था कि कुछ प्रतीक और आधे से अधिक दीक्षा प्रक्रिया अभी करनी बाकी है. कैथलीन ने कहा कि सत्य साईं बाबा ने उन्हें फिर से दर्शन दिए, और उन्हें आगे बढ़ाने तथा बेहतर रुप में स्थापित करने का निर्देश दिया.  कैथलीन ने अपने कुछ इच्छुक छात्रों को इस ऊर्जा में फिर से शामिल करने का फैसला किया.  

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इसके अलावा विलियम रैंड एक विशेष रेकी प्रशिक्षक थे जो साईं बाबा रेकी के भविष्य के पथ को प्रभावित करते हैं. विलियम रैंड कहते हैं कि उन्होंने अपने रेकी अभ्यास में अन्य प्रतीकों का प्रयोग करना और उन्हें शामिल करना शुरू कर दिया था. साईं बाबा प्रतीकों और अनुकूलन प्रक्रियाओं से अवगत होने पर साईं बाबा के शिक्षक और चीगोंग मास्टर ग्लेन डेरिक ने विलियम रैंड के साथ काम करना शुरू किया. कई अन्य रेकी मास्टर्स, अपने अभ्यास को उसुई रेकी से अलग करना चाहते थे और उन्होंने इस बदली हुई प्रणाली को साईं बाबा रेकी नाम से सिखाने का फैसला किया जिसका कुछ स्रोतों से पता चलता है. 

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साईं रेकी का प्रभाव कई लोगों पर रहा है और इसमें नई तकनीकों द्वारा रेकी को उपयोग में लाया जाता रहा है. किंतु रेकी की यह विद्या जीवन में आध्यात्मिक जागरण एवं जीवन को आण्दमय करने का एक विशेष साधन बनी है.
 
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