विज्ञापन
विज्ञापन
कार्तिक पूर्णिमा पर हरिद्वार में कराएं 365 दीपों का महादान एवं ब्राह्मण भोज, होगी दस महायज्ञों के समान पुण्य की प्राप्ति - 27 नवंबर 2023
बृहस्पति की कृपा से चमक जाएगी किस्मत
वैदिक ज्योतिष के अनुसार केले के पेड़ का संबंध बृहस्पति ग्रह से माना जाता है. इस कारण केले के पेड़ की जड़ के बहुत लाभ होते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केले की जड़ का संबंध गुरु ग्रह से संबंध होता है. ऎसे में यदि आप पुखराज न पहन पाएं तो उसके बदले इस वृक्ष की जड़ पहन सकते हैं. यदि केले के पौधे की जड़ को अपने हाथ में बांध लिया जाए तो इसका अच्छा प्रभाव मिलता है. केले के पेड़ की जड़ आसानी से मिल जाती है.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
आइए जानते हैं केले की जड़ का महत्व और इसे धारण करने का क्या है नियम :-
केले को बहुत ही पवित्र फल और वृक्ष के रुप में जाना गया है. केले का उपयोग पूजा कार्यों में अधिक होता है. ऎसे में इस पेड़ का संबंध बृहस्पति से भी होता है.
आपके स्वभाव से लेकर भविष्य तक का हाल बताएगी आपकी जन्म कुंडली, देखिए यहाँ
इस पेड़ की जड़ को धारण बांधने से सुख, धन और ज्ञान में वृद्धि होती है. साथ ही अगर संतान प्राप्ति में बाधा आ रही हो तो भी इसे पहना जा सकता है. अगर आपको पेट की समस्या है तो भी आप इसकी जड़ को हाथ पर बांध सकते हैं. इसके अलावा अगर बृहस्पति के कारण विवाह में बाधा आ रही हो तो केले की जड़ हाथ में धारण करने से लाभ होता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष, धनु और मीन राशि वाले लोग केले के पेड़ की जड़ धारण कर सकते हैं. साथ ही जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति उच्च या शुभ स्थिति में है वे भी इसे धारण कर सकते हैं.