खास बातें
Dev Panchami देव होली यानी रंग पंचमी इस दिन भगवान भक्तों के साथ होली भी खेलते हैं, इसी कारण इसे देव पंचमी कहा जाता है. Why celebrate Rangpanchami रंगपंचमी त्यौहार के दिन को बहुत ही शुभ दिन के रुप में स्थान प्राप्त है, क्योंकि देव होली होती है.
विज्ञापन
विज्ञापन
significance of rang panchami देव रंग पंचमी के दिन देश भर के मंदिरों में विशेष पंचमी Panchami पूजा अर्चना की जाती है. इस राधा कृष्ण पंचमी दिन अलग-अलग रंगों के फूल चढ़ाए जाते हैं और प्रभु को रंग अर्पित करते हैं. इस दिन लक्ष्मी पूजन होता है. राधा कृष्ण पूजन किया जाता है. भगवान शिव एवं देवी दुर्गा पूजा होती है.
विंध्याचल में कराएं चैत्र नवरात्रि दुर्गा सहस्त्रनाम का पाठ पाएं अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य : 09 अप्रैल - 17 अप्रैल 2024 - Durga Sahasranam Path Online
चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी शुभ पूजा मुहूर्त
Dev Panchami Kab hai चैत्र माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की तिथि को देव पंचमी या कहें रंग पंचमी के रुप में पूजा जाता है. इस दिन को देवताओं से संबंधित माना गया है. जिसे पौराणिक काल की कथाओं में जाना जा सकता है. होली के बाद आने वाला रंगों का त्योहार पंचमी मान्यताओं और पौराणिक काल से ही बेहद खास रहा है कहते हैं इस दिन राधा जी के साथ श्री कृष्ण ने खेला था रंग. हर कदम पर रंगों के त्योहार की झलक दिख रही है. लोग भक्ति में डूबे नजर आ रहे हैं. राधा कृष्ण के नाम की भक्ति और रंगों का जादू हर किसी का मन मोह लेता है. इस समय इस दिन को देखने के लिए देश-विदेश से लोग ब्रज, मथुरा, वृन्दावन जैसे स्थानों पर पहुंचते देखे जा सकते हैं.हिमाचल प्रदेश के ज्वाला देवी मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर सर्व कल्याण हेतु कराएं 11000 मंत्रों का जाप और पाएं गृह शांति एवं रोग निवारण का आशीर्वाद 09 -17 अप्रैल 2024
देव पंचमी कथा जब राधा कृष्ण ने खेली होली
देव पंचमी जिसे श्री पंचमी, राधा कृष्ण पंचमी और रंग पंचमी जैसे नामों से पुकारा जाता है. चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी वह समय होता है जब देवी-देवता भी होली मनाते हैं. मान्यताओं के अनुसार इस दिन को देवताओं की होली भी कहा जाता है. इस समय भगवान भी रंगों में डूबे हुए हैं. कहा जाता है कि इस दिन राधा कृष्ण जी ने रंगों का त्योहार मनाया था और देवताओं ने भी इस समय रंगों की होली खेली थी. रंग पंचमी का त्यौहार भारत के कुछ क्षेत्रों में बहुत व्यापक रूप से मनाया जाता है, जिसमें से उत्तर भारत में इसे एक अलग रूप में देखा जाता है.कामाख्या देवी शक्ति पीठ में चैत्र नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 09 अप्रैल -17 अप्रैल 2024 - Durga Saptashati Path Online
देव पंचमी के दिन उपाय और विशेष लाभ
होली के बाद आने वाली चैत्र मास की पंचमी तिथि को देशभर में देव पंचमी के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. देव पंचमी का त्योहार होली की तरह रंगों के साथ मनाया जाएगा. इस दिन भगवान भक्तों के साथ होली भी खेलते हैं, जिसके कारण इसे देव पंचमी कहा जाता है. इस दिन मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और भगवान को अलग-अलग रंगों के फूल चढ़ाए जाते हैं. इस दिन रंगों का त्योहार भी मनाया जाता है. इस दिन भक्त अपने भगवान को अलग-अलग रंग चढ़ाते हैं.दांपत्य वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने हेतु इस दिन राधा जी के साथ श्री कृष्ण भगवान को लाल पीले ओर हरें रंग अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन पर राधा जी और भगवान श्री कृष्ण का पूजन करना तथा विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित करने से भक्तों को सुखमय जीवन का आशिर्वाद प्राप्त होता है.
चैत्र नवरात्रि कालीघाट मंदिर मे पाए मां काली का आशीर्वाद मिलेगी हर बाधा से मुक्ति 09 अप्रैल -17 अप्रैल 2024
रंग पंचमी के दिन देवी लक्ष्मी जी का पूजन विशेष माना गया है. इस दिन देवी लक्ष्मी जी को लाल रंग अर्पित करना चाहिए तथा माता को लाल पुष्प अर्पित करने से आर्थिक तंगी दूर होती है.