myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Pradosh Vrat 2023: The first Pradosh Vrat of Bhadrapada month will be Bhaum Pradosh, you will get the benefit

Pradosh Vrat 2023 : भाद्रपद माह का पहला प्रदोष व्रत होगा भौम प्रदोष मिलेगा ग्रह शांति का लाभ

Acharyaa RajRani Updated 12 Sep 2023 10:31 AM IST
Pradosh Vrat 2023 : भाद्रपद माह का पहला प्रदोष व्रत होगा भौम प्रदोष मिलेगा ग्रह शांति का लाभ
Pradosh Vrat 2023 : भाद्रपद माह का पहला प्रदोष व्रत होगा भौम प्रदोष मिलेगा ग्रह शांति का लाभ - फोटो : Myjyotish
विज्ञापन
विज्ञापन
भाद्रपद माह में आने वाले प्रदोष को भौम प्रदोष के रुप में मनाया जाएगा. इस बार 12 सितंबर 2023 को भाद्रपद का पहला प्रदोष व्रत मंगलवार के दिन रखा जाएगा. इस दिन भोलेनाथ और हनुमान जी की पूजा करना बहुत शुभ होता है. पहला प्रदोष व्रत 12 सितंबर 2023, मंगलवार को रखा जाएगा और इसी कारण है कि इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहा जाएगा. हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है.

जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है

भौम प्रदोष का व्रत विशेष रुप से मंगल ग्रह की शांति हेतु बहुत अच्छा माना जाता है. इस दिन किए जाने वाले धार्मिक कृत्यों में मंगल ग्रह के मंत्र जाप द्वारा मंगल के शुभ फल प्राप्त होते हैं यदि कुंडली में मंगल ग्रह से संबंधित कोई दोष बन रहा है तो ऎसे में भौम प्रदोष व्रत को करके उसकी शांति को प्राप्त किया जा सकता है.

काशी दुर्ग विनायक मंदिर में पाँच ब्राह्मणों द्वारा विनायक चतुर्थी पर कराएँ 108 अथर्वशीर्ष पाठ और दूर्बा सहस्त्रार्चन, बरसेगी गणपति की कृपा ही कृपा 19 सितंबर 2023

भौम प्रदोष शुभ मुहूर्त 

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर महीने प्रदोष व्रत रखा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रदोष व्रत हर महीने की कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.

मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों 

इस समय भाद्रपद का महीना चल रहा है और इस महीने का पहला प्रदोष व्रत 12 सितंबर 2023, मंगलवार को मनाया जाएगा. यही कारण है कि इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहा जाता है. भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 11 सितंबर 2023 को रात 11.52 बजे शुरू होगी और 13 सितंबर 2023 को सुबह 2.21 बजे समाप्त होगी. प्रदोष काल में पूजा का शुभ समय शाम 06.30 बजे से 08.49 बजे तक है.

भौम प्रदोष व्रत से मिलेगा ग्रह शांति फल 
हिंदू धर्म में रामभक्त हनुमान को भगवान शिव का अवतार माना जाता है. प्रदोष व्रत को विधि-विधान से करने से व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं. इसके अलावा मांगलिक दोष वाले लोग अगर यह व्रत रखते हैं तो वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियां दूर हो जाती हैं.

गणपति स्थापना और विसर्जन पूजा : 19 सितंबर से 28 सितंबर 2023

साथ ही साथ व्यक्ति को शारीरिक कष्ट से भी राहत मिलती है. इस दिन पर सुबह स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए. इस दिन चोला चढ़ाना भी शुभ होता है. प्रदोष काल में  के समय स्नान करने के बाद भगवान शिव की विधिवत पूजा करनी चाहिए. 
 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X