खास बातें
Planetary combination for politics ज्योतिष शास्त्र अनुसार सूर्य से लेकर शनि देव का राजनीति में होता है अहम रोल, सत्ता की क्ुर्सी पाने के लिए कुंडली के ग्रह योग बनते हैं आपके लिए जीत का आधार। राजनीति में ग्रहों की भूमिका होती है खास।
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political career astrology : ज्योतिष अनुसार किसी भी व्यक्ति की कुंडली में यदि कुछ विशेष योग बनतते हैं तो उन योगों के कारण मिलती है सफलता। ज्योतिष के शुभ योग, ग्रह योग दिलाते हैं राजनीति में सफलता। नेता बनने के लिए आपकी कुडली में होने चाहिए कुछ विशेष ग्रह योग।
ज्योतिष शास्त्र अनुसार नव ग्रहों का असर हम सभी के जीवन पर पड़ता नज़र आता है। ऎसे में कोई व्यक्ति अगर राजनीति में सफलता चाहता है For success in politics तो उस स्थिति में उसकी कुंडली के कुछ खास योग बन सकते हैं उसके लिए सहायक। हर व्यक्ति अपने जीवन में कुछ अच्छी स्थिति और कुछ बड़े पद की चाह रखता है। ऎसे में राजनीति एक ऎसा स्थान है जो महत्वाकांक्षाओं को उड़ान देने वाला करियर होता है।
अब आप नेता बन सकते हैं या नहीं तो इसके लिए जरुरी है की एक बार ग्रहों का एवं कुंडली का विश्लेष्ण कर लिया जाए। जिसके द्वारा बेहतर तरीके से हम जान पाने में सक्षम होंगे की आखिर वे कौन से योग होते हैं जो व्यक्ति को नेता बनाने में सहायक बनते हैं।
कुंडली में ये ग्रह बनाते हैं नेता
हर कोई अपने लिए बेहतर भविष्य का सपना देखता है। इसी के चलते कुछ लोग नेता बनने के सपने भी देखते हैं या फिर इसके लिए कड़ा संघर्ष भी करते हैं। ऎसे में कुछ सफल होते हैं तो कुछ असफल, इन सबके बावजूद आज के समय में राजनीति एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहां आपकी कुंडली के कुछ खास ग्रह करते हैं कमाल।आज के समय में ज्यादातर लोग पैसा, शक्ति और समाज में बदलाव लाने के लिए कुछ अलग करना चाहते हैं तो वह राजनीति में शामिल होना पसंद करते हैं, लेकिन हर कोई राजनीति में पूरी तरह सफलता हासिल नहीं कर पाता। आइये जानें कौन से ग्रह बन सकते हैं आपकी कुंडली के नेतृत्व के ग्रह|
कुंडली में शनि ग्रह का प्रभाव
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनिदेव नवम भाव में और दशम भाव में मकर राशि हो तो इसका योग विशेष नेतृत्व देनेन वाला होता है।
- व्यक्ति की कुंडली में सूर्य क अप्रबल होना नेतृत्व देने वाला होता है।
- बुध, बृहस्पति और शुक्र ग्रह की स्थिति बल देने वाली होती है और समाज में स्थिति को बनाती है।
- वैदिक ज्योतिष में राहु को राजनीति का कारक माना जाता है।
- शनि को सेवा और जनता का कारक माना जाता है।
- सूर्य को राजा का स्थान प्राप्त होता है।
- बुध व्यक्ति को अच्छा वक्ता बनाता है, इसलिए इन ग्रहों का योग शुभता देता है राजनीति के काम में।
कुंडली में भाव प्रभाव से जानें राजनीति योग
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जब कुंडली में सूर्य ग्रह अपनी राशि में उच्च का होकर बैठा हुआ है। जन्म कुंडली के प्रथम स्थान या चतुर्थ, सप्तम या दशम भाव में विराजमान हो तो उस कुंडली में राजयोग बनता है। ऐसी स्थिति वाले व्यक्ति को राजनीति में लाभ मिलता है। सबसे शक्तिशाली राजयोग शनि से बनने वाला शश योग है, जो व्यक्ति को रंक से राजा बना देता है और व्यक्ति को राजनीति में अपार सफलता मिलती है।साथ ही उसे समाज में काफी मान-सम्मान भी मिलता है। ज्योतिष के अनुसार मजबूत लग्न भाव भी राजनीति के क्षेत्र में सफलता दिलाता है। वहीं अगर मेष और कर्क लग्न में सूर्य, शनि, राहु और मंगल की स्थिति अच्छी हो तो सफलता मिलती है। साथ ही ऐसा व्यक्ति राजनीति में खूब तरक्की करता है। साथ ही उसे कोई बड़ा पद भी मिलता है।
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