Pitru Paksha 2023: जानिए पितृ पक्ष के नियम, इस दौरान क्या खरीदें और क्या नहीं.
- फोटो : Myjyotish
पितर पक्ष के दौरान कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी माना गया है. धार्मिक शास्त्रों के दौरान इस समय पर कुछ चीजों की मनाही होती है. शुभ मांगलिक कार्यों के साथ खरीद फरोख्त से जुड़ी चीजों पर भी इस समय रोक लगी होती है. यह समय अपने पूर्वजों को याद करने एवं उनके प्रति समर्पण भाव को दरशाने का होता है.
मात्र रु99/- में पाएं देश के जानें - माने ज्योतिषियों से अपनी समस्त परेशानियों
ऎसे समय में नियमों का ध्यान रखते हुए काम करने से जीवन में पितरों का आशीर्वाद सदैव बना रहता है. हिंदी धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान स्नान, ध्यान, श्राद्ध कर्म आदि करने से व्यक्ति को अपने पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद भी मिलता है. पितृ पक्ष के दौरान शास्त्रों में कई नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना जरूरी माना गया है.
पितृ पक्ष कब से होंगे आरंभ
पितृ पक्ष हर साल शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से शुरू होकर कृष्ण पक्ष की अमावस्या तक चलता है. पितृ पक्ष की अवधि 15 दिनों की होती है. इस साल पितृ पक्ष 29 सितंबर से शुरू हो रहा है, जो 14 अक्टूबर तक रहने वाला है.
काशी दुर्ग विनायक मंदिर में पाँच ब्राह्मणों द्वारा विनायक चतुर्थी पर कराएँ 108 अथर्वशीर्ष पाठ और दूर्बा सहस्त्रार्चन, बरसेगी गणपति की कृपा ही कृपा 19 सितंबर 2023
पितृ पक्ष या श्राद्ध में पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए दर्पण और पिंडदान आदि कार्य किए जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस दौरान हमारे पूर्वज परलोक में हमसे मिलने आते हैं. ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान कुछ चीजें खरीदना आपके हित में नहीं होता है. वहीं, कुछ चीजें खरीदकर घर लाने से आपकी किस्मत चमक सकती है.
गणपति स्थापना और विसर्जन पूजा : 19 सितंबर से 28 सितंबर 2023
पितृ पक्ष में इन बातों का रखें ध्यान
पितृ पक्ष के दौरान नए कपड़े खरीदना वर्जित माना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि पितृ पक्ष के दौरान पितरों को वस्त्र दान किए जाते हैं. इस दौरान अन्न और वस्त्र दान करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.पितृ पक्ष के दौरान नया घर, वाहन, आदि खरीदना भी शुभ नहीं माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस समय पर नई चीजों को खरीदने से बचना चाहिए.