myjyotish

6386786122

   whatsapp

8595527218

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Papankusha Ekadashi: Papankusha Ekadashi is a special time for freedom from sins, know the effect of fasting.

Papankusha Ekadashi : पापांकुशा एकादशी पापों से मुक्ति का खास समय, जानें व्रत का प्रभाव

my jyotish expert Updated 24 Oct 2023 11:06 AM IST
Ekadashi
Ekadashi - फोटो : my jyotish
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी को पापों की समाप्ति का समय माना जाता है. एकादशी का समय शुभ होता है. कहा जाता है कि एकादशी के दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में समृद्धि आती है. इसी के साथ भक्त शुभता को पाते हैं. हर प्रकार की इच्छाएं पूर्ण होने का समय होता है. आने वाली शुक्ल पक्ष की एकादशी बहुत शुभ होती है. मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि इस दिन पूजन एवं व्रत रखने से भगवान का शुभ आशीष भक्तों को मिलता है. एकादशी का व्रत जीवन में समृद्धि को देता है. इतना ही नहीं इससे सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं. घर में धन की वृद्धि होती है. आइये जानें कब है एकादशी और क्या है इसके व्रत का प्रभाव 

कामाख्या देवी शक्ति पीठ में शारदीय नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 15 अक्टूबर- 23 अक्टूबर 2023 - Durga Saptashati Path Online

पापांकुशा व्रत समय एवं नियम 
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी को पापांकुशा एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस बार यह एकादशी 25 अक्टूबर 2023, को पड़ रही है. एकादशी व्रत आमतौर पर द्वादश तिथि की शाम को सूर्यास्त के बाद शुरू होता है. 25 अक्टूबर को व्रत शुरू होगा. इस व्रत को एकादशी के अगले दिन सूर्योदय के बाद ही खोला जाता है जिसे पारण कहा जाता है. इस दिन व्रत कथा पढ़ने का भी विशेष महत्व है. कहा जाता है कि कथा सुनने मात्र से व्रत का फल मिल जाता है.  

 इस शारदीय नवरात्रि कराएं खेत्री, कलश स्थापना 9 दिन का अनुष्ठान , माँ दुर्गा के आशीर्वाद से होगी सभी मनोकामनाएं पूरी - 15 अक्टूबर- 23 अक्टूबर 2023

पापांकुशा व्रत व्रत महात्मय 
धर्मग्रंथों के अनुसार एक समय विध्यांचला पर्वत पर क्रोधना नाम का एक क्रूर शिकारी रहता था. उसने अपने जीवन में सभी बुरे कर्म किये. जब उनका अंतिम समय आया तो यमराज के दूत उन्हें लेने आए और कहा कि तुम्हारा अंतिम समय आ गया है, अब हम तुम्हें कल लेने आएंगे. लेकिन क्रोधना मृत्यु से बहुत डरता था. अत: यमराज के दूतों की बातें सुनकर वह बहुत घबरा गया. तभी अचानक वह अंगारा नामक ऋषि के पास पहुंच गया. वहां जाकर उन्होंने मदद की गुहार लगाई. क्रोधना की बात सुनकर ऋषि ने उसे पापांकुशा एकादशी के महत्व के बारे में बताया और उसे इस एकादशी का व्रत करने को कहा. ऋषि ने बताया कि अगर बिना क्रोध किए पूरी श्रद्धा से भगवान विष्णु की पूजा की जाए और व्रत रखा जाए तो सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. क्रोधना ने ऋषि के अनुसार व्रत रखा और अपने सभी पापों से छुटकारा पा लिया. व्रत करने से वह विष्णु लोक चला गया.
 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support


फ्री टूल्स

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X