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पापांकुशा एकादशी पूजन
पापांकुशा एकादशी के दिन का समय एकादशी का विशेष पूजन करते हैं ऐसा माना जाता है कि जो लोग सच्चे मन से इस व्रत को करते हैं वे खुद को वैकुंठ के द्वार पर देखते हैं. इसी के साथ जीवन में सुख बने रहते हैं. इसलिए इस दिन वैष्णव मंदिर में भक्तों के दर्शनों का तांता लगा रहता है. भगवान की भक्ति में ओत प्रोत यह समय समस्त शुभ फल देने वाला होता है.
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इस दिन का व्रत करने से हम जीवन की शुभता को पाते हैं . यह दिन इस बात का प्रतीक है कि एक दिन हमें इस जीवन से उठकर कहीं और जाना है और ऐसी स्थिति में जीवन को शुभता के साथ समर्पित रुप से जीवन को जीया जाए. भक्तों के लिए यह समय वैकुंठ एवं मोक्ष का द्वार खोलने वाला भी होता है.
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पापांकुशा एकादशी पर इन चीजों का सेवन न करें
विष्णु पुराण के अनुसार, अगर आपके मन में विष्णु के प्रति भक्ति है तो इस दिन को व्रत रखना तथा पूजन करना बहुत शुभ होता है. इस दिन बुराइयों से बचना होगा और भगवान विष्णु की पूजा करनी होती है. इसके अलावा इस एकादशी का व्रत आप अन्य एकादशियों के व्रत की तरह ही रख सकते हैं. साथ ही इस दिन विष्णु जी की छवि का स्मरण करें, उनके मंत्रों का जाप करें और एकादशी कथा सुनना बहुत शुभ होता है.
पापांकुशा एकादशी के दिन उन चीजों को खाने से बचें जिसके लिए किसी जानवर की हत्या की गई हो. यानी कंदीय चीजें खाएं, फल खाएं लेकिन प्याज और लहसुन जैसे तामसिक भोजन के सेवन से बचें. दाल, चावल और बैंगन खाने से भी बचें.