खास बातें
जानें चैत्र नवरात्रि में घटस्थापना के शुभ मुहूर्तआज हम नवरात्रि के बारे में जानेगें
नवरात्रि का त्यौहार हिन्दूओ का प्रमुख त्यौहार है जो की पूरे नौ दिन तक मनाया जाता है एक वर्ष में चार बार नवरात्रि मनायी जाती है जिसमें शारदीय और चैत्र नवरात्रि जबकि दो गुप्त नवरात्रि होती है
नवरात्रि में कलश स्थापना करना अत्यंत फलदायी माना जाता है जिसे करने से चारों तरफ सकरात्मक ऊर्जा फैलती है ।
क्या है घट स्थापना
नवरात्रि के पहले दिन माँ के नाम से कलश स्थापित किया जाता है जिसे कलश स्थापना या घटा स्थापना कहा जाता है पहले दिन घटस्थापना का विशेष महत्व होता है प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना के साथ ही नौ दिनों तक चलने वाला नवरात्रि का पर्व आरंभ हो जाता है।। पहले दिन में विधि-विधान से घटस्थापना करते हुए भगवान गणेश की वंदना के साथ माता के पहले स्वरूप शैलपुत्री की पूजा, आरती और भजन किया जाता है।
कैसे की जाती है घट स्थापना
सबसे पहले चैत्र नवरात्र के पहले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वस्छ कपड़े धारण करें। फिर पाद्य, लाल वस्त्र, अक्षत, पुष्प, धूप, दीपक, नैवेद्य, पुष्पांजलि से देवी की स्थान को सुसज्जित करें। गणेश जी और माता की पूजा करके घट या कलश स्थापना करें। अब नौ देवियों की आकृति बनाने के लिए लकड़ी के पटरे पर पानी में गेरू घोले। चाहे तो दुर्गा मां की प्रतिमा भी स्थापित कर सकते हैं। फिर कलावा लपेटें और गणेश स्वरूप में कलश पर उसे विराजमान करें। घट के पास गेहूं या जौ का पात्र रखें। अब पूजा और मां भगवती का आह्रान करें।
क्या है इसका मुहूर्त
दिन- मंगलवार
तिथि- 13 अप्रैल 2021
शुभ मुहूर्त- सुबह 05 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक।
अवधि- 04 घंटे 15 मिनट
घटस्थापना का दूसरा शुभ मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक।