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मिथुन संक्रांति पर शुभ योग और पुण्यकाल
मिथुन संक्रांति को कई नामों से पुकारा जाता है. इसे राज संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है. इस वर्ष यह संक्रांति 5 जून 2023 को गुरुवार के दिन मनाई जाएगी संक्रांति का समय काल शाम 6 बजकर 29 मिनट पर होगा. इसका पुण्यकाल और महापुण्यकाल दोनों शाम 6 बजकर 29 मिनट से 7 बजकर 20 मिनट तक रहेगा. संक्रांति के समय पर दान करना हितकारी होता है. इसके साथ ही सूर्य उपासना एवं भक्ति से सभी कष्ट भी दूर हो जाते हैं.
मिथुन संक्रांति के दिन करें यह उपाय
पंचांग के अनुसार 15 जून के दिन को सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश करेगा. इस राशि परिवर्तन को मिथुन संक्रांति के नाम से जाना जाता है. मिथुन राशि में गोचर करने से पहले सूर्य वृष राशि में अपनी यात्रा पूरी कर रहे थे. इस दिन सूर्य की पूजा की जाती है. लोग गंगा जी या किसी पवित्र नदी में स्नान कर दान देते हैं. इसके अलावा लोगों को ये उपाय भी करने चाहिए. इससे मान-सम्मान, धन और उच्च पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है.
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मिथुन संक्रांति के दिन प्रात: काल सूर्योदय से पहले स्नान करके उगते हुए सूर्य को को नमस्कार एवं अर्घ्य देना चाहिए फिर उसकी आरती करनी चाहिए. इसके बाद प्रणाम करते हुए परिक्रमा करनी चाहिए.
मिथुन संक्रांति के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान करना चाहिए इस दिन दान में गेहूं गुड़ इत्यादि का दान शुभ होता है. इन उपायों को करने से जीवन में उत्तम स्वास्थ्य का लाभ तथा आर्थिक समृद्धि प्राप्त होती है.