अष्टमी तिथि के दिन मासिक दुर्गाष्टमी अष्टमी का व्रत रखा जाता है. मासिक दुर्गाष्टमी के दिन माता के अवतरण का समय भी होता है. इस कारण मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी व्रत के दिन मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करने से भक्तों पर मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है. देवी दुर्गा के भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने वाली होती हैं.
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मासिक दुर्गाष्टमी पूजा मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, मासिक दुर्गाष्टमी इस प्रकार वर्ष 26 जून 2023 को मनाई जाएगी. आषाढ़ माह में 26 जून को मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत किया जाएगा. इस दिन जगत जननी आदिशक्ति मां भवानी यानी मां दुर्गा की पूजा की जाती है. दुर्गा पूजा के दिन व्रत भी रखा जाता है.
इस दिन भक्त को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कार्यों से निवृत्त होकर पूजा स्थल में देवि की प्रतिमा स्थापित करते हैं. इसके बाद विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा की जाती है. मां की भक्ति भाव से की गई पूजा द्वारा देवी दुर्गा प्रसन्न होती हैं. और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.
भक्तों पर मां की विशेष कृपा बनी रहे इसके लिए इस दिन पर माता के मंत्रों का जाप करना चाहिए. मासिक दुर्गाष्टमी की सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पूजा स्थल को साफ करना चाहिए और स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनकर मां दुर्गा को लाल चुनरी, लाल फूल, अक्षत चढ़ाएं. कुमकुम, मौली, लौंग, कपूर और सिंगार चढ़ाकर मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए.
इसके साथ ही मां दुर्गा चालीसा का पाठ करने से मां प्रसन्न होती हैं और भक्त के परिवार को सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं.
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मासिक दुर्गाष्टमी पूजन अनुष्ठान
मासिक दुर्गाष्टमी हर माह की शुक्ल पक्ष अष्टमी को मनाई जाती है. मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की विधि-विधान से पूजा करने वाले भक्तों पर मां दुर्गा की विशेष कृपा बनी रहती है. इस दिन व्रत करने मात्र से ही मां दुर्गा अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं और उनके कष्टों को हर लेती हैं. आषाढ़ माह में पड़ने वाली मासिक दुर्गाष्टमी व्रत तिथि का समय ग्रह शांति पूजन एवं सौभाग्य को प्रदान करने वाला होता है.