myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Mahashivratri 2022: Prepare for Mahashivratri from now, know how to worship to please Shiva

Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि की अभी से कर लें तैयारी, जानें शिवजी को प्रसन्न करने के लिए कैसे करें पूजा

Myjyotish Expert Updated 28 Feb 2022 01:03 PM IST
Shravan Shiv Puja benefits
Shravan Shiv Puja benefits - फोटो : Google
विज्ञापन
विज्ञापन

महाशिवरात्रि की अभी से कर लें तैयारी, जानें शिवजी को प्रसन्न करने के लिए कैसे करें पूजा


महाशिवरात्रि का पर्व कल यानी 1 मार्च को है। इस दिन शिवभक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर संभव प्रयास करते है। यदि आप भी करना चाहते है भगवान शिव को प्रसन्न तो इस अवसर पर कुछ विशेष बातों का ध्यान रखें और भगवान शिव का आशीर्वाद पायें।
भगवान शिव की पूजा का सबसे बड़ा दिन है महाशिवरात्रि कहते है इस दिन जो शिवभक्त चार पहर की पूजा करता है महादेव उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं।

आपको बता दे चार पहर की पूजा किस किस समय की जायेगी
 पहले पहर की पूजा- 1 मार्च, 2022 शाम 6:21 मिनट से रात्रि 9:27 मिनट तक होगी वही दूसरे पहर की पूजा- 1 मार्च रात्रि 9:27 मिनट से 12: 33 मिनट तक होगी।
इसके बाद तीसरे पहर की पूजा- 1 मार्च रात्रि 12:33 मिनट से सुबह 3 :39 मिनट तक होगी और चौथे प्रहर की पूजा- 2 मार्च सुबह 3:39 मिनट से 6:45 मिनट तक होगी।

Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर 21 लाख दीयों से रोशन होगी महाकाल की नगरी 

वहीं व्रत पारण का शुभ समय- 2 मार्च, 2022 दिन बुधवार को 6 बजकर 46 मिनट तक रहेगा।

अब यह तो बात हुई पूजा के समय की अब बात करते है पूजा करनी कैसे है

यदि संभव हो तो महाशिवरात्रि पर किसी बड़े पात्र में धातु से बने शिवलिंग या मिट्टी से बने शिवलिंग की स्थापना करें और इस दिन चार पहर की शिव पूजा करें। अन्यथा आप मंदिर जाकर भी पूजा कर सकते हैं।

शिव पूजा में सबसे पहले मिट्टी के पात्र में पानी भरकर, ऊपर से बेलपत्र, धतूरे के पुष्प, चावल आदि एक साथ डालकर शिवलिंग पर चढ़ायें।
कहते है महाशिवरात्रि के दिन व रात में शिवपुराण का पाठ करना या सुनना चाहिए।
इसके बाद सूर्योदय से पहले ही उत्तर-पूर्व दिशा में पूजन-आरती की तैयारी कर लें। यदि आपके पास कोई सामग्री उपलब्ध नही हो तो आप केवल शुद्ध ताजा जल शिवजी को अर्पित करे इससे भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं।

लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए इस शिवरात्रि महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में कराएं रुद्राभिषेक : 1 मार्च 2022

शास्त्रों के अनुसार, शिव को महादेव इसलिए कहा गया है कि वे देवता, दैत्य, मनुष्य, नाग, किन्नर, गंधर्व पशु-पक्षी व समस्त वनस्पति जगत के भी स्वामी हैं।


अधिक जानकारी के लिए, हमसे instagram पर जुड़ें ।

अधिक जानकारी के लिए आप Myjyotish के अनुभवी ज्योतिषियों से बात करें।


इस दिन व्रत-उपवास रखकर बेलपत्र-जल से शिव की पूजा-अर्चना करके जौ, तिल, खीर और बेलपत्र का हवन करने से समस्त मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
X