myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Lord Vishnu: In this Yogini Ekadashi, bathing and donating sesame seeds will give renewable virtuous results

Lord Vishnu : इस योगिनी एकादशी में स्नान और तिल दान से मिलेगा अक्षय पुण्य फल

MyJyotish Expert Updated 14 Jun 2023 11:00 AM IST
ekadashi
ekadashi - फोटो : google
विज्ञापन
विज्ञापन
एकादशी का समय गंगा स्नान के लिए भी महत्वपूर्ण होता है. एकादशी पर गंगा स्नान करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है. इस एकादशी के दिन गंगा स्नान करने का विधान है, लेकिन अगर एकादशी पर ऐसा न कर पाएं तो जहां बःई आप हों वहीं स्नान के पानी में कुछ हल्दी ओर गंगा जल मिला लेने से गंगाजल से स्नान करने का फल प्राप्त होता है.. इस पर्व पर भगवान श्री विष्णुजी और देवी गंगा की पूजा करने की भी परंपरा है.

 आज ही करें बात देश के जानें - माने ज्योतिषियों से और पाएं अपनीहर परेशानी का हल 

इस दिन से भक्त गंगाजल ग्रहण करते हैं और धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए भी जाते हैं. वहीं, पुरी के जगन्नाथ मंदिर में इस दिन विशेष स्नान एवं अभिषेक का कार्य किया जाता है. इसे देवस्नान एकादशी भी कहते हैं. आषाढ़ मास की एकादशी को जरूरतमंद लोगों को भोजन कराया जाता है. इसके बाद तिल और जल दान करने की परंपरा है. एकादशी पर गंगा सहित अन्य पवित्र नदियों के पूजन का भी विधान है. इस दिन तुलसी, बरगद और पीपल पर जल चढ़ाने से पुण्य की प्राप्ति होती है.

भगवान विष्णु की पूजा करें
इस दिन भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा करनी चाहिए. एकादशी के दिन स्नान, दान और पुण्य करने का महत्व होता है, लेकिन साथ ही भगवान का अभिषेक करना चाहिए. इससे आयु बढ़ती है और दोष दूर होते हैं. एकादशी को भगवान विष्णु और लक्ष्मीजी की पूजा करने का भी विधान है. इसके लिए शंख में दूध भरकर भगवान का अभिषेक करें और भगवान को पंचामृत से स्नान कराएं. इस तरह भगवान विष्णु की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है.

शनि जयंती पर शनि शिंगणापुर मंदिर में कराएं तेल अभिषेक

तुलसी की पूजा करने से परेशानियां दूर होती हैं
इस दिन तुलसी के पौधे की पूजा करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार तुलसी भगवान को अत्यंत प्रिय है और एकादशी पूजन तुलसी के बिना अधुरा है. भगवान विष्णु का इस में वास होता है इसलिए सुबह जल्दी उठकर पानी में कच्चा दूध मिलाकर तुलसी को चढ़ाएं और घी का दीपक जला कर तुलसी का पूजन करना चाहिए. तुलसी के पौधे के समक्ष बैठ कर विष्णु सहस्त्रनाम एवं ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का पाठ करने से कुंडली के ग्रह दोष भी दूर होते हैं.
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X