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पंचांग के अनुसार हनुमत कृपा बरसाने वाला ज्येष्ठ मास का आखिरी बड़ा मंगल जून महीने की 30 तारीख को पड़ेगा. पंचांग के अनुसार इस गंगा दशहरा पर्व का भी शुभ संयोग बन रहा है, जिससे इसका धार्मिक महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है. गौरतलब है कि गंगा दशहरा के दिन ही मां गंगा भोलेनाथ की जटाओं से होते हुए धरती पर अवतरित हुई थीं.
आखिरी बड़ा मंगल पर कैसे हनुमान जी की पूजा
बड़ा मंगल के महापर्व पर अष्टसिद्धि के दाता कहलाने वाले श्री हनुमान जी की पूजा करने के लिए साधक को सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान-ध्यान करने के बाद लाल रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए.
इसके बाद एक चौकी पर हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करने के बाद उनकी लाल रंग के पुष्प, रोली, लाल रंग के वस्त्र, सिंदूर, चमेली के तेल, बूंदी, गुड़-चना, मीठा पान आदि अर्पित करने के बाद हनुमान चालीसा का सात बार पाठ या फिर उनके मंत्र का रुद्राक्ष की माला से जप करना चाहिए.
पूजा के अंत में शुद्ध देशी घी के दीये से हनुमान जी की आरती पूजा में हुई भूल-चूक की माफी और मनचाहा वरदान मांगना चाहिए.
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आखिरी बड़ा मंगल पर करें ये अचूक उपाय
यदि आप किसी बहुत बड़े संकट में फंसे हुए हैं और उससे मुक्ति पाना चाहते हैं तो आपको जेठ महीने के आखिरी बड़ा मंगल पर दक्षिणमुखी हनुमान जी की विशेष साधना करनी चाहिए.
यदि आप हनुमान जी से बल-बुद्धि के साथ करियर-कारोबार में सफलता का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो आपको हनुमान जी की पूजा में तुलसी की पत्तियों से बनी माला और मीठा पान विशेष रूप से चढ़ाना चाहिए.