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जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
आपके भावनात्मक आत्म और आंतरिक प्रवृत्ति के बारे में चंद्रमा विस्तार से जानकारी देता है. कती है. प्रत्येक राशि अपनी चंद्र भावनाओं को अलग-अलग तरीके से दिखाता है. कुछ व्यक्ति अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करते हैं तो कुछ अपनी भावनाओं को गहराई से संजोकर रखने वाले होते हैं.
चंद्रमा ज्योतिष में भावनात्मक आत्म और आंतरिक प्रवृत्ति का प्रतिनिधित्व करता है. यह सब चंद्रमा की कुंडली में स्थिति से निर्धारित होता है और आपकी भावनात्मक प्रतिक्रियाओं, आदतों और आवश्यकताओं को प्रभावित करता है. आपके चंद्र की स्थिति को समझने से आपकी भावनात्मक प्रतिक्रियाओं को समझा जा सकता है.
लाल किताब में चंद्र दोष के उपाय
ज्योतिष में चंद्रमा ग्रह को मन और माता का कारक बताया गया है. साथ ही चंद्रमा का संबंध भगवान शंकर से है. चंद्रमा मानसिक शांति, उदारता और माँ का प्यार लाता है. लेकिन अगर चंद्रमा खराब होगा तो इन सभी बातों में कमी का असर दिखने को मिलता है. लाल किताब के अनुसार यदि कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो तो व्यक्ति को अपने जीवन में काफी मानसिक परेशानी से गुजरना पड़ता है.अवसाद, अनिद्रा, सिरदर्द आदि से पीड़ित होना पड़ता है. कभी-कभी, पीड़ित चंद्रमा मानसिक अस्थिरता और मानसिक असंतुलन का कारण भी बनता है.
लाल किताब के उपायों से चंद्रमा की कमजोरी को दूर किया जा सकता है.
लाल किताब में बताए गए टोटकों में चंद्रमा को बेहतर करने के लिए माता की सेवा अवश्य करनी चाहिए. यह उपाय बहुत कारगर माना गया. जिससे चंद्र दोष के कारण होने वाली परेशानियों से राहत मिल पाती है.
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लाल किताब के अनुसार चंद्र ग्रह को प्रसन्न करने के लिए थोड़ी सी सौंफ जमीन में गाड़ देना अच्छा होता है. ऎसा करने से चंद्रमा की शुभता प्राप्त होती है.
लाल किताब के अनुसार चंद्रमा को बेहतर करने के लिए जरूरतमंदों को पानी और दूध का दान भी कर सकते हैं ऎसा करने से चंद्रमा की शुभता बनी रहती है.