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Home ›   Blogs Hindi ›   Know why Vinayak Chaturthi is celebrated and how to worship Lord Ganesha.

Vinayak Chaturthi 2024: जानें क्यों मनाई जाती है विनायक चतुर्थी और कैसे करें भगवान गणेश की पूजा

Nisha Thapaनिशा थापा Updated 05 May 2024 03:44 PM IST
विनायक चतुर्थी
विनायक चतुर्थी - फोटो : My Jyotish

खास बातें

11 मई 2024 को वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्थी पड़ रही है और इसे कई प्रातों में वैनायिकी चतुर्थी भी कहा जाता है। जानें विनयाक चतुर्थी का महत्व और इस दिन किस प्रकार से करें भगवान गणेश का पूजन।
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सुखकर्ता, दुखहर्ता, विघ्नहर्ता और भी कई नामों से जाने जाने वाले प्रथम पूज्यनीय भगवान श्री गणेश जी को चतुर्थी तिथि समर्पित है। क्योंकि उनका जन्म भी चतुर्थी तिथि को ही हुआ था। प्रत्येक माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी आती है। इस बार 11 मई 2024 को वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्थी पड़ रही है और इसे कई प्रातों में वैनायिकी चतुर्थी भी कहा जाता है। इस दिन उनकी पूजा करने से बाधाओं का नाश होता है और ज्ञान, विद्या तथा समृद्धि की प्राप्ति होती है। विनायक चतुर्थी को नए कार्यों की शुरुआत के लिए भी अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी कार्य सफल होते हैं।

वैशाख विनायक चतुर्थी  2024 का शुभ मुहूर्त
वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 11 मई को है।
विनायक चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 11 मई 2024, शनिवार को सुबह 2:50 बजे।
विनायक चतुर्थी तिथि समाप्त: 12 मई 2024, रविवार को सुबह 2:03 बजे।

विनायक चतुर्थी कब-कब मनाई जाती है
हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी  मनाई जाती है। यह त्यौहार भगवान गणेश जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। क्योंकि भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था। इसलिए प्रत्येक चतुर्थी उनके नाम समर्पित हो गई है। भगवान गणेश को बुद्धि, विद्या, समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है और विनायक चतुर्थी के दिन सभी भक्तजन गणेश जी की पूजा करते हैं।

विनायक चतुर्थी के दिन कैसे करें पूजा
  • सबसे पहले, प्रात: स्नान के बाद स्वच्छ कपड़े पहनें।
  • भगवान गणेश की प्रतिमा को घर में लाकर स्थापित करें या फिर घर में मौजूद गणेश जी की  प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं।
  • प्रतिमा को वस्त्र और आभूषण पहनाएं एवं प्रतिमा को तिलक लगाएं।
  • प्रतिमा को मोदक, लड्डू, फल आदि का भोग लगाएं। साथ ही गणेश जी को दूर्वा घास चढ़ाएं।
  • प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित करें।
  • भगवान गणेश की आरती गाएं।
  • "गणेश मंत्र" या "गणेश चालीसा" का जाप करें।
  • विनायक चतुर्थी के दिन उनकी पूजा करने से बुद्धि, विद्या, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
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