आषाढ़ कृष्ण एकादशी को योगिनी कहा जाता है, मान्यता है कि योगिनी एकादशी के दिन व्रत रखने से हमारे सारे पाप नष्ट हो जाते हैं! अलवर 24 एकादशी होती है, हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत बहुत शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है! उन 24 एकादशी में से जो आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी होती है उसे योगिनी एकादशी भी कहते हैं! (Yogini Ekadashi) मान्यता है कि कृष्ण एकादशी के दिन अगर हम व्रत रखते हैं तो जिंदगी में आपने जितने भी पाप किए हैं वह उस दिन नष्ट हो जाते हैं! उस दिन आप अपने सारे पापों को भूल कर एक नई शुरुआत करते हैं! यह इस लोक में और ब्लॉक में मुक्ति देती है अर्थ ऐसा कहा जाता है कि इस दिन वह इस लोक के सुख भोगते हुए स्वर्ग की प्राप्ति करता है! किंतु इस बार 5 जुलाई 2021 को योगिनी एकादशी मनाई जाएगी! तो आइए जानते हैं योगिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त एवं योगिनी एकादशी इतनी महत्वपूर्ण क्यों है! साथ ही साथ यह भी जानेंगे योगिनी एकादशी को हम किसको पूछते हैं और क्यों? योगिनी एकादशी को हम भगवान हरि विष्णु जी को पूजते है!
योगिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त:
• योगिनी एकादशी 5 जुलाई 2021,सोमवार!
• एकादशी तिथि की शुरुआत–4 जुलाई 2021 7:55 पीएम
• एकादशी तिथि समाप्ति– 5 जुलाई 2021 के 5:30 पीएम
• व्रत तोड़ने का समय– 6 जुलाई 2021, 5:29 ए एम– 8:16 ए एम
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आप जानते हैं योगिनी एकादशी इतना महत्वपूर्ण क्यों है-
योगिनी एकादशी के दिन व्रत रखने से आपकी सारी मुश्किलों का समाधान हो जाता है आपके सारे पापों को नष्ट हो जाता है! मान्यता है उस दिन श्री हरि विष्णु जी खुश होते हैं और आपको स्वर्ग लोक की प्राप्ति मिल जाती है!
तीनो लोको में से सबसे प्रसिद्ध से योगिनी एकादशी है! ऐसा कहा जाता है कि योगिनी एकादशी का व्रत रखना मतलब 88 हजारों ब्राह्मणों को भोजन कराना! और ऐसा भी कहा जाता है कि अगर आपको किसी ने शराब चढ़ाया है तो इसी दिन निवारण हो जाता है सारी मुश्किलों को नष्ट कर आपको सुंदर शुभ जीवन आशीर्वाद मिलता है!
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