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करवा चौथ से जुड़े नियम
करवा चौथ का समय बेहद विशेष होता है यह व्रत वैवाहिक जीवन में शुभ फल देता है लेकिन इस समय पर नियमों पर ध्यान देने की भी जरुरत होती है. करवा चौथ के दिन किए गए कार्य जीवन पर असर डालते हैं इसलिए इस समय पर व्रत का पालन बेहद ध्यान से करना जरूरी होता है. गलत काम जीवन की खुशियों को कम कर सकते हैं और अच्छे काम खुशियां बढ़ा सकते हैं.
करवा चौथ का व्रत बहुत कठिन माना जाता है. इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं. कथाओं मान्यताओं के अनुसार करवा चौथ का व्रत रखने से पति की उम्र बढ़ती है. वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है. अगर वैवाहिक जीवन में तनाव या परेशानियां हैं तो करवा चौथ का व्रत करने से वे दूर हो जाती हैं. इस साल करवा चौथ 1 नवंबर, बुधवार को मनाया जाएगा.
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करवा चौथ का व्रत सूर्योदय से पहले सरगी खाकर शुरू किया जाता है. सरगी को बेहद शुभ माना जाता है ओर इसे सुबह के समय तारों की छांह में ही ग्रहण करते हैं अत: इस नियम पर विशेष ध्यान देने की जरुरत होती है. व्रत को रात में चंद्रमा को देखकर उसे अर्घ्य देकर व्रत खोला जाता है. करवा चौथ के दिन कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है, अगर व्रत या पूजा के दौरान कोई गलती हो जाए तो इसका वैवाहिक जीवन और जीवन पर अशुभ प्रभाव पड़ सकता है.
Durga Sahasranam Path Online
करवा चौथ के दिन हमेशा लाल, हरा या पीला रंग ही महिलाओं को पहनना चाहिए. करवा चौथ के दिन काले, सफेद या भूरे रंग के कपड़े पहनने को अच्छा नहीं माना जाता है, इस दिन ऎसे रंग शास्त्रों के अनुसार वर्जित माने जाते हैं. यह रंग विरक्ति को दर्शाते हैं. शनिदेव से संबंधित होने एक कारण इन्हें करवा चौथ के दिन पहनने से बचना चाहिए.
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