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Kalashtami Upay: कालाष्टमी के दिन काल भैरव पूजा और उपाय दूर करेंगे सभी कष्टKalashtami Vrat : कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन किया जाने वाला काल भैरव पूजन एवं उपाय जीवन में मौजूद कष्टों को दूर कर देने वाला होता है.
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Kalashtami Upay: कालाष्टमी के दिन काल भैरव पूजा और उपाय दूर करेंगे सभी कष्ट
Kalashtami Vrat : कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन किया जाने वाला काल भैरव पूजन एवं उपाय जीवन में मौजूद कष्टों को दूर कर देने वाला होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भैरव बाबा भोलेनाथ के स्वरूप हैं. इस की पूजा द्वारा भक्तों की नकारात्मकता शांत होती है ओर शुभता का आगमन जीवन में होता है.
Kalashtami Ke Upay: हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है. इस दिन काल भैरव के निमित्त किए जाने वाले उपायों से शुभ प्रभाव पाना संभव होता है. यदि इस दिन तिल एवं नारियल का दान किया जाए तो मानसिक कष्ट दूर होते हैं. इस दिन नींबू की माला काल भैरव को अर्पित करने से शत्रुओं का बल कमजोर होता है. इस दिन काल भैरव की पूजा से मिलती है हर प्रकार की सुख एवं समृद्धि.
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काल भैरव पूजा उपाय और प्रभाव
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भैरव बाबा भोलेनाथ के स्वरूप हैं. भैरव महाराज के भी तीन रूप काल भैरव, बटुक भैरव और रूरू भैरव हैं. किसी भी प्रकार के डर, भय को दूर करने के लिए नियमित रूप से काल भैरव बाबा की पूजा करनी चाहिए. इसके साथ इस दिन कुछ उपायों को करना अत्यंत चमत्कारिक फल देने वाला होता है. आइए जानते हैं कालाष्टमी व्रत में क्या है पूजा और उपायों का महत्वमाना जाता है कि कालाष्टमी के दिन कुछ विशेष उपाय करने से से शत्रु बाधा, ग्रह दोष दूर होता है और इसी के साथ व्यक्ति की मृत्यु का खतरा टल सकता है. सभी नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा पाने के लिए भी कालाष्टमी के दिन पूजा करनी चाहिए. इस दिन कालभैरवाय मंत्र का जप और कालभैरवाष्टक का पाठ करना चाहिए. इससे अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं और भैरव बाबा भी प्रसन्न होते हैं.
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कालाष्टमी के दिन ज्योतिष उपाय Kalashtami Astro Remedies
ज्योतिष समाधान उपयोगी होते हैं. हर व्यक्ति को जीवन में सफलता नहीं मिलती है, इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन कड़ी मेहनत करने के बाद भी अगर ऐसा बार-बार होता है, तो इन उपायों को अपनाना बहुत जरूरी है. ऐसी स्थिति से बाहर निकलने के लिए ज्योतिष शास्त्र में काल भैरव अष्टमी के कई उपाय बताए गए हैं, जो सफलता प्रदान करने वाले होते हैं.कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन किया जाने वाला काल भैरव पूजन एवं उपाय जीवन में मौजूद कष्टों को दूर कर देने वाला होता है. इस की पूजा द्वारा भक्तों की नकारात्मकता शांत होती है ओर शुभता का आगमन जीवन में होता है. इस दिन काल भैरव के निमित्त किए जाने वाले उपायों से शुभ प्रभाव पाना संभव होता है. यदि इस दिन तिल एवं नारियल का दान किया जाए तो मानसिक कष्ट दूर होते हैं. इस दिन नींबू की माला काल भैरव को अर्पित करने से शत्रुओं का बल कमजोर होता है.
काल भैरव अष्टमी के दिन पंचमुखी हनुमान की पूजा जरूर करें. इस पूजा में कुछ बातों का ध्यान रखें. इस दिन नारियल में मौली लपेटें और फिर भैरव जी को चावल, तिल और फूल आदि चढ़ाएं. ऐसा करने से आपको सफलता अवश्य मिलती है. इस दिन शुभता को पाने के लिए एक नींबू लें और उसमें चार लौंग गाड़ दें. फिर इसके बाद 21 बार भैरव जी का नाम लें और उस नींबू को अपने पास रख लें. कहा जाता है कि ऐसा करने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं.