Kalashtami 2023: कालाष्टमी पर आखिर किस पूजा से मिलेगा भगवान भैरव से मिलेगा मनचाहा वरदान
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हिंदू धर्म में भगवान भैरव की पूजा सभी प्रकार के डर और चिंता को दूर करके मनोकामनाओं को शीघ्र ही पूरा कराने वाली मानी गई. यही कारण है कि भगवान भैरव के भक्त हर मास के कृष्णपक्ष में पड़ने वाली अष्टमी तिथि पर उनकी विधि-विधान से पूजा करते हैं. हिंदू धर्म में इस पावन तिथि को कालाष्टमी के नाम से जाना जाता है.
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हिंदू मान्यता के अनुसार कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव के किसी भी स्वरूप की पूजा करने पर व्यक्ति के जीवन से जुड़ी बड़ी से बड़ी मुश्किल दूर और मनोकामना पूरी होती है.
कौन हैं भगवान भैरव
भगवान भैरव एक ऐसे देवता हैं, जिनकी पूजा न सिर्फ हिंदू धर्म में बल्कि बौद्ध धर्म में भी पूरे विधि-विधान से की जाती है. भगवान शिव के रुद्रावतार माने जाने वाले भगवान भैरव को लोग अलग-अलग रूप और अलग-अलग नाम से पूजते हैं. सनातन परंपरा में भगवान भैरव को उग्र देवता के रूप में पूजा जाता है.
भगवान भैरव दुष्टों का संहार करने और अपने भक्तों का कल्याण करने वाले माने गये हैं. भगवान भैरव की पूजा से व्यक्ति अपने बड़े से बड़े शत्रु पर आसानी से विजय प्राप्त करता है.
कालाष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास के कृष्णपक्ष में पड़ने वाली अष्टमी तिथि मई महीने में
12 मई 2023 को पड़ेगी. पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि
12 मई 2023 को प्रात: 09:06 बजे से प्रारंभ होकर 13 मई 2023 को प्रात:काल 06:50 बजे तक रहेगी.
कालाष्टमी व्रत पूजा विधि
दुष्टों को दंड देने वाले और भक्तों पर कृपा बरसाने वाले भगवान भैरव की पूजा करने के लिए व्यक्ति को कालाष्टमी के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर तन और मन से पवित्र हो जाना चाहिए. इसके बाद भगवान भैरव के मंदिर में जाकर या फिर घर में ही उनके चित्र को चौकी पर रखकर विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए.
भगवान भैरव की कृपा पाने के लिए कालाष्टमी पर उन्हें धूप, सरसों के तेल का दीया, पुष्प, फल, नारियल, पान अवश्य चढ़ाएं. इसके बाद भगवान भैरव को प्रसन्न करने के लिए उनके मंत्र या स्तोत्र का पाठ अवश्य करें.
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भगवान भैरव की पूजा का उपाय
भगवान भैरव की पूजा में मदिरा भी चढ़ाई जाती है. जिसे आप अपनी श्रद्धा और विश्वास अनुसार अर्पित कर सकते हैं. यदि आप इस उपाय को न कर पाएं तो आप इस पावन तिथि पर किसी काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं या फिर उसे पीने के लिए दूध दें