myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Jyotish Shastra: Know which are these major houses and planets, whose fortune shines

Jyotish Shastra: जानिए कौनसे हैं ये प्रमुख भाव और ग्रह ,जिनके बली होने से चमक जाता है भाग्य

my jyotish expert Updated 08 May 2023 02:17 PM IST
Jyotish Shastra: जानिए कौनसे हैं ये प्रमुख भाव और ग्रह ,जिनके बली होने से चमक जाता है भाग्य
Jyotish Shastra: जानिए कौनसे हैं ये प्रमुख भाव और ग्रह ,जिनके बली होने से चमक जाता है भाग्य - फोटो : google
विज्ञापन
विज्ञापन
जब भी किसी कुंडली का अध्ययन किया जाता है तो प्रमुख रूप से 12 भाव और 9 ग्रह का विचार किया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ 3 भाव और 2 ग्रह बलवान होने से ही पूरी कुंडली बलवान हो जाती है। जी हां, आज इस लेख में हम आपको उन 3 भाव और 2 ग्रह के बारे में बताने वाले हैं। सबसे पहले आपको 3 भाव के बारे में बताते है। 

समस्या आपकी समाधान हमारा, आज ही बात करें देश के प्रसिद्ध ज्योतिषियों से 

प्रथम भाव 
यह भाव जातक के शरीर को दर्शाता है। अगर किसी का शरीर बलवान ही नहीं है तो वो कैसे पुरुषार्थ करेगा ? इसलिए अगर इस भाव का स्वामी राजयोग बना रहा हो, उच्च राशि में हो या उच्च के ग्रह के साथ विराजमान हो तो जातक पुरुषार्थ करने वाला होता है। अगर लग्न पर शुभ ग्रह की दृष्टि है तो जातक अपने आप परमार्थी हो जाता है। 

पंचम भाव 
यह भाव बुद्धि का भाव है। किसी व्यक्ति के पास धन है लेकिन बुद्धि नहीं है तो सीधी सी बात है कि वो धन चोर लूट लेते है जो कि मित्र और स्त्री किसी के भी रूप में आ सकते हैं। इसलिए पंचम भाव का स्वामी बलवान हो, उच्च हो या पंचम भाव में उच्च का ग्रह विराजमान हो तो जातक की बुद्धि प्रखर होगी और वो जीवन में किसी समस्या से नहीं घबराएगा। 

नवम भाव 
इस भाव से जातक के पिता, धर्म और गुरु का विचार किया जाता है। जीवन में धर्म और गुरु का होना अति आवश्यक है। ये भाव जितना पुष्ट होगा जातक उतना ही धर्म में रत होगा और जो धर्म पर चलता है उसे संसार में कहीं दिक्क्त नहीं आती है। जिस पर गुरु और पिता का आशीर्वाद हो वो जीवन में हर चीज प्राप्त कर लेता है। इसलिए काल पुरुष की कुंडली में इस भाव में गुरु की मूल त्रिकोण राशि होती है। 

अब जानिए इन दो ग्रहों के बारे में। 

चन्द्रमा 
यह ग्रह सबसे तेज चलने वाला है और मन को चलायमान रखने में इसी का हाथ है। कहते है कि 'मन के हारे हार है मन के जीते जीत' यानी कि जिसका मन बलवान है वो पहाड़ में भी रास्ता बना लेगा और यही काम ज्योतिष में चन्द्रमा करता है। जिसका चन्द्रमा पूर्ण बलवान हो, उच्च हो ऐसा जातक जीवन में कभी निराशा के आस पास भी नहीं जाएगा और जीवन को सरल बना देगा। 

जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है

मंगल 
यह ग्रह सेनापति है और शरीर में रक्त का कारक है। काल पुरुष की कुंडली में पहली राशि मेष का स्वामी है। जसि व्यक्ति का मंगल पूर्ण बलवान होकर राजयोग बना रहा हो उसे कभी भय नहीं होता। ऐसा व्यक्ति कठिन से भी कठिन समय में धैर्य को धारण करके युद्ध पर विजय प्राप्त करता है। अगर मंगल बलवान हो तो कहते है कि जातक को किसी राजयोग की आवश्यकता नहीं होती वह अपने साहस से जीवन में उच्च पद प्राप्त करता है।
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X