अस्त हो रहे हैं बुद्धि के कारक बुध, इन उपायों को करने से मिलेगी राहत
बुध ग्रह पश्चिम में अस्त हो रहा है 19:07. शुक्रवार के दिन बुध की स्थिति संध्या समय अस्त हो रही है. वैदिक ज्योतिष में बुध का गोचर काल सबसे कम है. बुध अश्लेषा, ज्येष्ठ और रेवती नक्षत्र का स्वामी है. जब बुध सूर्य के संपर्क में आता है, तो यह बुधादित्य योग के लिए रास्ता बनाता है जिससे व्यक्ति की बुद्धि में सुधार होता है और शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने के प्रति झुकाव बढ़ता है. अकाउंटेंसी, गणित और वित्त से संबंधित अध्ययन और नौकरियां बुध अस्त गोचर के दौरान प्रभावित होती हैं. वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध चंद्रमा और बृहस्पति की संतान है, इसलिए यह इन दोनों ग्रहों की विशेषताओं को समाहित करता है. किसी की संचार क्षमताओं, विश्लेषणात्मक कौशल और बुद्धि के संकेत के रूप में जाना जाता है, बुध बौद्धिकता, नौकरी, वकीलों, वैज्ञानिकों और कलाकारों के संबंध में एक महत्वपूर्ण ग्रह है. बुध का प्रभाव कन्या राशि में होने पर और मीन राशि में नीच का होने पर सबसे मजबूत होता है. बुध के मित्र ग्रह शुक्र, सूर्य और राहु हैं. बुध अन्य सभी ग्रहों के साथ तटस्थ है और चंद्रमा के प्रति उसकी थोड़ी शत्रुता है. ग्रह त्वचा, सिर और गले से संबंधित रोगों के लिए जिम्मेदार है. बुध का अब अस्त होना कई बातों को लेकर सजग रहने कि स्थिति को दर्शाता है.
उपाय - बुध के अस्त होने पर बुध के शुभ प्रभाव कम होते जाते हैं. ऎसे में बुध के सकारात्मक फलों की प्राप्ति हेतु बुध ग्रह से संबंधित उपायों को करना बहुत उचित होता है. बुध के लिए मंत्र जाप करना उत्तम होता है.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
बुध गायत्री मंत्र - ॐ सौम्यरुपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नो सौम्य प्रचोदयात् ।।
बुध त्वं बुद्धिजनको बोधद: सर्वदा नृणाम्। तत्वावबोधं कुरुषे सोमपुत्र: नमो नम:।।
श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए.
बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना शुभ होता है.
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मेष राशि
मेष राशि के लिए साहस ओर प्रतिस्पर्धा के मामलों को गहरे से प्रभावित क्रने वाला हो सकता है. आप के अपने छोटे भाई-बहनों के साथ कुछ मतभेद और गलत संचार का सामना करना पड़ सकता है. आपका धन अनिश्चित रहेगा और आपको अचानक नुकसान हो सकता है इसलिए कहीं भी पैसा निवेश करने से बचें. अपने अधीनस्थों और पेशेवर मित्रों के साथ कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
वृष राशि
धनेश ओर पंचमेश होकर बुध अस्त होने से शिक्षा प्रभावित रहेगी. धन की स्थिति कमजोर रहेगी. उधार इत्यादि लेने से बचना चाहिए. बैंकरों और लेखाकारों के लिए यह अवधि थोड़ी कमजोर रह सकती है. आपकी उच्च ऊर्जा और सोच में बदलाव कुछ मानसिक समस्याएं पैदा कर सकती है. आप इस दौरान सिरदर्द और नींद न आने की समस्या से पीड़ित हो सकते हैं. इस गोचर काल में आपका कुछ वजन कम हो सकता है. बच्चों को लेकर आप चिंतित रह सकते हैं.
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए बुध आपके लिए स्वामी होंगे ऎसे में आप के लिए ये स्थिति धैर्य ओर शांति बनाए रखने के लिए होता है. इस अवधि के दौरान आपके बिजली के गैजेट खराब हो सकते हैं. अपने सेल फोन, टेलीविजन, स्पीकर आदि से सावधान रहें. आपका खर्च अधिक होगा और यह आपके सोच पर दबाव ला सकता है. आप अतीत की कुछ परियोजनाओं पर काम कर सकते हैं और इस दौरान उन्हें फिर से आरंभ करने का प्रयास कर सकते हैं. जितना संभव हो इस समय नए फैसले लेने अथवा नया कार्य शुरु करने के लिए अभी रुका जाए.
कन्या
बुध कन्या राशि का स्वामित्व पाता है ऎसे में इस दौरान आपके घर का सुख-शांति अनिश्चित रहेगा और घर के सदस्यों के बीच गलतफहमी उभर सकती है. पुराना वाहन या कुछ घरेलू सामान आदि को बेचने या खरीदने का सौदा कर सकते हैं. मानसिक रुप से असंतोष एवं थकान का अनुभव कर सकते हैं इस अवधि के दौरान आप अपने पिता के साथ अक्सर बहस कर सकते हैं. व्यवसायी को अपने काम के लिए कुछ यात्रा की योजना बनानी पड़ सकती है लेकिन वे कोई नई उपलब्धि नहीं लाएंगे. हालांकि ये अपने मौजूदा ग्राहकों के हितों को बनाए रखने के लिए आवश्यक होंगे. इस अवधि के दौरान आपका धर्म और संस्कृति के अपने ज्ञान को फिर से जानने का झुकाव होगा.
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