ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन इस विधि से करें पूजा,सुख,समृद्धि,शांति की होगी प्राप्ति
हिंदू धर्म में ज्येष्ठ पूर्णिमा का विशेष महत्व है। जीवन में सुख समृद्धि और शांति के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत करते है। इस दिन हम विष्णु जी और माता लक्ष्मी जी की पूजा करते है। ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कुछ लोग घर पर ही स्नान करते है और कुछ लोग नदी में स्नान करते है। इस दिन दान्य पुण्य किया जाता है। इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा 14 जून दिन मंगलवार को पड़ा है। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष के पूर्णिमा तिथि को ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत रखा जाता है।
इस तिथि को ज्येष्ठ पूर्णमासी भी कहते है। ज्येष्ठ पूर्णिमा इस साल मंगल को पड़ा है और इस मंगल को वट पूर्णिमा व्रत भी है। मंगल का दिन भी हनुमान जी का है , तो सबसे उत्तम है। हनुमान जी का इस दिन पूजा करने का सबसे अच्छा दिन है। ये व्रत सुहागिने औरत रहती है और पति की लंबी उम्र की प्रार्थना करती है। इस दिन सत्यनारायण की कथा सुनी जाती है। आइए जानते है ज्येष्ठ पूर्णिमा की विधवत जानकारी :–
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत 2022 की तिथि
हिंदू पंचाग के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा की तिथि 13 जून दिन सोमवार को 09:02 मिनट पर शुरू होगा। इस पूर्णिमा के तिथि का समापन 14 जून दिन मंगलवार को 05:21 मिनट पर होगा । उदया तिथि के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत 14 जून को रखा जायेगा।
ज्येष्ठ पूर्णिमा 2022 का पूजा मुहूर्त
इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा को साध्य और शुभ योग बन रहा है। इस साध्य योग सुबह 9:40 मिनट तक रहेगा। इसके बाद शुभ योग शुरू होगा।वो शुभ मुहूर्त 11:54 मिनट से दोपहर 12:49 मिनट तक रहेगा। इसलिए इस दिन महिलाएं ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत रख सकती है।पूरे विधि विधान से व्रत के बने नियमों का पालन भी करे।
ज्येष्ठ पूर्णिमा 2022 चन्द्रोदय समय
इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा का चन्द्रोदय का समय 7:29 मिनट है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर क्या करे
इस पूर्णिमा के दिन विष्णु जी की तो पूजा की ही जाती है। और इस दिन चंद्रमा की भी विशेष पूजा की जाती है।
* अगर आपके कुंडली में चंद्र दोष है तो आप इस दिन चंद्रमा की विधिवत पूजा करे।इस दिन चंद्रदेव को दूध से अर्घ दे कहता जाता है की जीवन में आई परेशानियां दूर हो जाएंगी।
* इस दिन स्वेत वस्त्र पहन कर भोलेनाथ की पूजा अर्चना करें।
* इस दिन पीपल के वृक्ष का पूजा करना बहुत अच्छा माना जाता है।मान्यता है की इस वृक्ष में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का वास है।
* कहा जाता है की आज के दिन व्रत करने से शादी में आई दिक्कतें दूर हो जाती है।
* इस दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए खीर भोग में लगाए और us प्रसाद को कन्न्याओ और सभी को दे।
* अपनी क्षमता के अनुसार सफेद चीज दान करें।जैसे चावल,दही,मोती,,सफेद फूल,सफेद वस्त्र इत्यादि।
* इस दिन घर में सत्यनारायण की पूजा रखें। घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहेगी।