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जन्माष्टमी पर कराएं वृन्दावन के बिहारी जी का सामूहिक महाभिषेक एवं 56 भोग, होंगी समस्त कामनाएं पूर्ण - 06 सितम्बर 2023
कब है जन्माष्टमी, 6 या 7 सितंबर?
भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 03:37 बजे से शुरू होगी अब ऎसे में तिथि की प्राप्ति रात के समय भी रहने वाली है. लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव मुहूर्त 6 सितंबर को रात 11:57 बजे से 12:42 बजे तक शुभ रहने वाला है. वैदिक पंचांग के आधार पर देखा जाए तो इस वर्ष 6 सितंबर को दोपहर 03:37 बजे से भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि शुरू हो जाएगी और यह 7 सितंबर को शाम 04:14 बजे तक प्रभावी मानी जाएगी. उदयातिथि के आधार पर देखा जाए तो अष्टमी तिथि 7 सितंबर की है, लेकिन उस दिन रात में रोहिणी नक्षत्र नहीं है.
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नक्षत्र और तिथि विचार
अब ऎसे में कुछ चीजों का होना और कुछ क नहीं होना ही इस दिन को दो दिनों में विभाजित कर रहा है. रोहिणी नक्षत्र 6 सितंबर को सुबह 09:20 बजे से 7 सितंबर को सुबह 10:25 बजे तक है. अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र के संयोग को देखा जाए तो 6 सितंबर, बुधवार को जन्माष्टमी का व्रत करना चाहिए और उसी रात को लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव मनाना चाहिए. जन्माष्टमी की रात को लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव मनाया जाता है. इस साल लड्डू गोपाल के जन्मोत्सव का मुहूर्त 6 सितंबर को रात 11:57 बजे से 12:42 बजे तक है. इस शुभ घड़ी में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होगा, बधाई गीत गाए जाएंगे और उत्सव मनाया जाएगा. वहीं 7 सितंबर को इस्कान द्वारा जन्माष्टमी क अपर्व मनाया जाएगा.