होली हिन्दू धर्म का महत्वपूर्ण त्यौहार है। जिसे भारत देश में आनन्द और उल्लास से मनाया जाता है। इस त्यौहार पर सभी गिले शिकवे मिटा कर एक रंग में रंग जाते हैं। हरे, पीले, लाल, गुलाबी रंग आपसी रंजिश को मिटा देते हैं। हर रंग का अपना एक महत्व है। कुछ रंग हमारे जीवन, हमारी सोच पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं तो कुछ सकारात्मक। होली पर भी रंगों का इस्तेमाल केवल होली खेलने के लिये नहीं किया जाता अपितु इसका धार्मिक और वैज्ञानिक विशेष महत्व है। हमेशा से लोग अपना लकीकलर जानना चाहते हैं। जिसके प्रयोग से वह अपने जीवन में वृद्धि और प्रेम ला सके। जानते हैं न्यूमीरोलोजी द्वारा कि कौन सा रंग होली में आपके जीवन में आशा और खुशियाँ लायेगा।
जन्मतिथी- 1, 10, 19, 28
आपके तिथि का कारक ग्रह सूर्य है जो आत्मा का कारक है और जीवन में ऊर्जा प्रदान करता है। एक अंक वालों के लिये होली खेलने का शुभ रंग है लाल । यह रंग ऊर्जा स्वास्थ्य, उत्साह और महत्वकाँक्षा दर्शाता है। यह रक्तचापसम्बन्धी रोगों के लिये फायदेमंद होता है। अगर आप लाल गुलाल से होली खेलेंगें तो जीवन में उन्नति और आत्मविश्वास की वृद्धि होगी। सेहत और ऊर्जा का विकास होगा । लाल रंग के प्रयोग से ब्लड प्रेशर सम्बन्धित बीमारियाँ कम होती हैं और पिता से प्रेम बढ़ता है। दूरियाँ कम होती हैं। आलस्य और सुस्ती कम होकर सक्रियता आती है।
जन्मतिथी- 2,11,20,29
2 तिथि का कारक ग्रह चन्द्रमा है जो मन का प्रतीक है। ऐसे लोगों में भावना पक्ष प्रबल होता है। यह रोमांटिक प्रवृति के लोग होते है आपके लिये भाग्यशाली रंग है सिल्वर और सफ़ेद । सफेद रंग शीतलता, प्रसन्नता और सकारात्मकता का प्रतीक है यह मानसिक तनाव को कम कर जीवन में खुशियाँ लाता है। सिल्वर कलर धन का कारक है सीवर रंग से होली खलेंगें तो आप जीवन में समृद्धि, प्रेम, ममता की वृद्धि होगी। सकारात्मक सोच उन्नति के रास्ते खुलेंगें। क्रोध में कमी आयेगी। आपसी प्रेम जागृत होगा ।
जन्मतिथी- 3, 12, 21, 30
पीला रंग गुरू या बृहस्पति ग्रह से जुड़ा है। यह रंग धन वृद्धि, अध्यात्म, बुद्धि, विद्या और सातविकता से जुड़ा है। गुरू ग्रह सन्तान, पुत्र, धन वृद्धि का कारक ग्रह माना गया है। होली के दिन पीले रंग के उपयोग से जीवन में धन और संतुलन आता है। बैंक बैलेंस की वृद्धि होती है, सम़ृद्धि आती है। संतान के इच्छुक जातको के लिए इस रंग का प्रयोग शुभ माना जाता है । अगर इस रंग से तिलक करते हैं तो मणिपुर चक्र संतुलित होता है। यह रंग बहुत शुभ मन जाता है ।
जन्मतिथी- 4, 13, 22, 31
चार अंक का करक ग्रह राहु है इस अंक वाले जातक चंचल प्रकृति के होते हैं। उनके जीवन में उतार चढ़ाव लगे रहते हैं। इन्हें जीवन में मेहनत ज्यादा करनी पड़ती है, शत्रु भी इनके ज्यादा होते है । जिसके कारण यह अक्सर उत्तेजित या नकारात्मक रहते हैं। आपके लिये लकीकलर है नीला। यह विस्तार धैर्य और सयम का रंग है। इस रंग से होली खेलने से इन्द्रियाँ अधीन रहती है । व्यक्ति कोई गलत निर्णय नहीं लेता इस रंग का प्रयोग जीवन में शांति और स्थिरता लाएगा । कार्यक्षेत्र में विस्तार होगा । अगर आप इस रंग को माथे पर लगाते हैं तो आज्ञा चक्र संतुलित होता है और बुद्धि का विकास होता है।
जन्मतिथी- 5, 14, 23
अंक पॉच का ग्रह बुध है। अंक 5 वाले जातक समझदार, रसिक मिजाज और कुशल वक्ता होते हैं। आपके लिये लकीकलर है हरा। यह रंग संतुलन आशा और आपसी एवं पारिवारिक सामंजस्य का प्रतीक है। गर्भवती महिला और विद्यार्थीयों के लिये भी यह रंग अच्छा माना जाता है। होली में इस रंग का प्रयोग रिश्तों की खटास को दूर कर आपसी तालमेल पैदा करेगा। परिवार में शांति लायेगा और भाई बहन के मतभेद को दूर करेगा ।
जन्मतिथी- 6, 15, 24,
शुक्र चमक दमक प्रेम का ग्रह माना जाता है। आपके लिये भाग्यशाली रंग है गोल्डन और गुलाबी गोल्डन रंग जीवन में समृद्धि लाता है और गुलाबी प्रेम। इस बार इन रंगो से होली खेलने से परिवार प्रेम और शांति आएगी । रिश्तो और प्रेम सम्बंदि उलझने कम होंगी। इस कलर के प्रयोग से पति पत्नी में आपसी सामन्जस्य रहता है और प्रेम की वृद्धि होती है। युवक युवतियों को गुलाबी रंग से होली खेलनी चाहिये। जिससे उनके रिश्तों में कोमलता रोमन्स और एवंम स्नेह हमेशा बना रहे।
जन्मतिथी7,16, 25
अंक 7वालों के जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं लेकिन आप जिस कार्य में हाथ डालते हैं उसे पूरा करते हैं। होली खेलने के लिये आपके लिये उत्तम है नारंगी। यह रंग बौद्धिक विकास दर्शाता है। यह रंग पीले और लाल रंग को मिला कर बनता है। इसमें दोनों के गुण समा जाते हैं। नारंगी रंग के प्रयोग से आपको दुनिया से मदद मिल सकती है। इस रंग के प्रयोग के कारण दोस्तों के साथ चल रही समस्या का हल होगा। जीवन में सरसता आयेगी। आप ऊर्जावान महसूस करेंगें।
जन्मतिथी8, 17, 26
शनि ग्रह आठ अंक का अधिपति ग्रह है। शनि ग्रह पवित्रता न्याय एवं वफादारी का प्रतीक है। अंक 8 वालों के लिये नीला रंग सबसे शुभ है। यह शांति बहाव विस्तार, विशालता का प्रतीक है शक्ति को जागरूक बनाता है। होली में नीले रंग के प्रयोग घर में समृद्धि आती है। जीवन में विकास होता है। सांस सम्बन्धी रोगों और, दंत विकार के लिये यह रंग फायदेमंद होता है। सहकर्मियों से सम्बंधित दोष परिणाम कम होते है ।
अंक 9, 18, 27
अंक नौ का अधिपति ग्रह है मंगल। यह ग्रह उत्तेजना, ऊर्जा, पराक्रम का प्रतीक है। लाल रंग आपका लकीकलर है। इस रंग का अपना ही महत्व है। यह देवी का रंग भी माना जाता है। यह मानवीय चेतना का जोश और उल्लास का रंग है। होली में लाल रंग का प्रयोग आपको जोशीला बना देगा। ह्दय की क्षीणता को कम करेगा। भाई बहनों में प्यार का संचार करेगा। स्वस्थ और सेहत को बेहतत कर आपमें आत्म विश्वास भरेगा
लेखिका निशा घई
पामिस्ट, न्यूमेरोलोजिस्ट, ज्योतिष्विद