haritalika teej
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हरतालिका तीज हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है. इस कारण इसे भादो तीज भी कहा जाता है. कहा जाता है कि तीज का व्रत बहुत ही शुभ फलदायी होता है. देशभर में हरतालिका तीज की धूम देखने को मिलती है. इस दिन कुंवारी लड़कियों से लेकर शादीशुदा महिलाएं तक व्रत रखती हैं. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने वाली महिलाओं को अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है.
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कुंवारी कन्याओं को अपनी पसंद का जीवन साथी प्राप्त होता है.यह व्रत बहुत फलदायी माना जाता है. इस दिन पर हर एक नियम को शृद्धा के साथ करना जरुरी होता है. किसी भी प्रकार की गलती व्रत को निष्फल कर देने वाली होती है. इसलिए इस दिन कुछ विशेष काम करने चाहिए ताकि इसका पूरा लाभ मिल सके. तो आइए जानते हैं कि वो कौन से काम हैं जो आपको इस दिन जरूर करने चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
हरतालिका तीज पर ध्यान रखें इन बातों का
हरतालिका तीज के दिन महिलाओं को पूरे दिन शांत रहकर सच्चे मन से पूजा में भाग लेना चाहिए. पूरे दिन भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करना चाहिए. व्यर्थ की बातों से खुद को दूर रखना चाहिए. इस दिन आपको अपने बड़ों का सम्मान करना चाहिए. व्रत के दिन साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. साफ-सफाई के अलावा अच्छे और प्रसन्न मन से व्रत रखना चाहिए तभी आपको इसका पूरा लाभ मिलता है.
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इस दिन व्रत करने वाली महिलाओं को व्रत कथा जरूर सुननी चाहिए. तीज कथा के बिना व्रत अधूरा माना जाता है. इस दिन माता पार्वती से जुड़े गीत और कथा सुनना शुभ माना जाता है. तीज व्रत के दौरान शृंगार के साथ साथ हरे रंग का उपयोग अवश्य करना चाहिए यह हरा रंग पति की खुशहाली और लंबी उम्र का प्रतीक माना जाता है. इस दिन कलह कलेश से बचना चाहिए. किसी भी प्रकार के अपश्ब्दों का उपयोग नहीं करना चाहिए.
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तीज का महत्व क्या है
हरतालिका तीज का व्रत शादीशुदा महिलाओं के लिए बेहद खास होता है. इस दिन भगवान शिव और माता गौरी की पूजा की जाती है. मां गौरी को श्रृंगार का सामान चढ़ाया जाता है और फिर तीज की व्रत कथा सुनी जाती है. कहा जाता है कि तीज का व्रत बहुत ही शुभ फलदायी होता है अत: इस समय किया गया धर्म परायण कार्य जीवन को शुभ बनाता है.