govardhan puja
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गोवर्धनके साथ ही आरंभ हो जाता है त्यौहारों का. इसी के साथ सुख समृद्धि की प्राप्ति एवं जीवन में खुशियों का आगमन भी होता है. इस दिन आप कई तरह के काम करके श्री विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं. इससे आपको धन धान्य संबंधित परेशानियों से निजात भी मिल सकती है. गोवर्धन पांच दिवसीय उत्सव का ही एक विशेष दिन है. इस साल गोवर्धन का त्योहार 14 नवंबर को मनाया जा रहा है. गोवर्धन के दिन पूजा उपासना द्वारा भगवान की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन ही श्री कृष्ण भगवान ने प्रकृति एवं गाय माता के पूजन के महत्व को स्थापित किया था. इसलिए इस दिन गोवर्धन को अन्नकूट के रुप में मनाते हैं.
गोवर्धन शुभ मुहूर्त
गोवर्धनका समय कृष्ण पूजन के लिए विशेष माना जाता है. इसलिए गोवर्धनके दिन श्री कृष्ण जी का पूजन होता है साथ साथ गोवर्धन पर्वत एवं गाय माता की पूजा होती है. इस दिन प्रकृति के प्रति स्नेह एवं शृद्धा का भाव प्रकट करना विशेष फल प्रदान करता है. व्यक्ति के जीवन में धन धान्य की कभी कमी नहीं आती है. गोवर्धनपर इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि जीव जन्तुओं के प्रति कोई गलत कार्य न किया जाए.
वैदिक पंचांग के अनुसार इस वर्ष कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा तिथि का आरंभ 13 नवंबर को दोपहर 14:57 बजे हो रहा है. यह तिथि 14 नवंबर दोपहर 14:37 बजे तक वैध है. इस साल गोवर्धन14 नवंबर, मंगलवार को है गोवर्धन पूजा के साथ अन्नकूट का उत्सव भी मनाया जाएगा. पूजा का शुभ समय सुबह 05:47 बजे से शुरू होगा और यह शुभ समय शाम 07:47 बजे तक रहेगा. इस बार गोवर्धनपूजा के लिए आपको सौभाग्य एवं शोभन नामक शुभ योग भी प्राप्त होंगे.
गोवर्धन महत्व
गोवर्धन पूजा के विषय में पौराणिक आख्यानों में कई कथाओं की प्राप्ति होती है. इस दिन पर ही भगवान ने इंद्र के मान को भंग किया था तथा प्रकृति की शुभता को दर्शाया था. इस दिन कई तरह की खाद्य सामग्री के द्वारा भोग को तैयार करते हैं जिसे अन्नकूट के रुप में भगवान को अर्पित किया जाता है. अन्न कूट के दिन पर श्री कृष्ण भगवान को 56 भोग भी लगाए जाने का विधान रहा है. गोवर्धन पूजा के द्वारा भक्तों को सुख एवं समृद्धि प्राप्त होती है.