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गणेश तिल चतुर्थी पर लगाएं गणेश जी को तिल का भोग सभी मनोकामनाएं होंगी पूर्ण
इस दिन तिल का दान करना शुभ माना जाता है. भगवान गणेश को तिल के लड्डू का भोग लगाया जाता है. गणेश सभी देवताओं में सर्वोच्च हैं. उन्हें विघ्न हरता कहा जाता है, जो सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने वाले हैं. जो लोग नियमित रूप से भगवान गणेश की पूजा करते हैं, उनके घरों में सुख-समृद्धि आती है.
चतुर्थी पर तिथि मुहूर्त समय
तिथि प्रारंभ: 04 फरवरी, सुबह 4:38 बजे
तिथि समाप्त: फरवरी 05, 3:47 पूर्वाह्न
चंद्रोदय: 04 फरवरी, सुबह 9:26 बजे
चंद्र अस्त: 04 फरवरी, रात 9:30 बजे
गणेश चतुर्थी पूजन विधि
- गणेश तिल चतुर्थी व्रत का पालन करने के लिए अनुष्ठान
- व्रत रखने वाले व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि अपने नित्य कर्मों को पूरा करना चाहिए.
- मंदिर स्थल पर अगरबत्ती, दीपक आदि से भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए.
- फूल, फल, अक्षत, रोली, मोली अर्पित करने चाहिए.
- पूजा करने के बाद, पंचामृत, भगवान को तिल या तिल के लड्डू से बनी वस्तुओं का भोग लगाना चाहिए.
- इस व्रत को करने वाले व्यक्ति को लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए.
- पूजा करते समय व्यक्ति को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए.
- पूजा के दौरान व्यक्ति को गायत्री मंत्र के साथ "गणेशाय नमः" मंत्र जाप करना चाहिए-
तीन महत्वपूर्ण योग में बनेगी तिल गणेश चतुर्थी
गणेश जयंती पर आज 4 फरवरी शुक्रवार को दो शुभ योग रवि और शिव योग का निर्माण हो रहा है. ज्योतिष के अनुसार रवि योग और शिव योग में पूजा करने से कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है. इसी के साथ नव ग्रहों में एक बुध आज मार्गी हो रहे हैं. बुध की मार्गी स्थिति समस्त राशियों पर अपना विशेष प्रभाव डालने वाली होगी.